जयपुर। धौलपुर-भरतपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने चक्का जाम के ऐलान से एक दिन पहले ही गुरुवार से ही जयपुर-आगरा रेलवे ट्रेक जाम कर दिया है। इसके चलते कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। शुक्रवार सुबह से ही आंदोलन और उग्र होता दिखाई दे रहा है। यह ट्रेक राजस्थान को यूपी के अतिरिक्त बिहार व पश्चिम बंगाल तक जोड़ता है। आंदोलनकारियों ने अलवर-मथुरा रेलवे ट्रेक को दो दिन से जाम कर रखा है।
साथ ही, आंदोलनकारियों ने भरतपुर-जयपुर हाईवे पर भी जगह-जगह जाम लगने शुरू कर दिए हैं। जाट आरक्षण के समर्थन में शुक्रवार को भरतपुर भी बंद है। बंद का खासा असर पड़ा है। अलसुबह से ही बाजार बंद है। बंद को व्यापारी संघ के साथ जिला कांग्रेस कमेटी का भी समर्थन प्राप्त है। शुक्रवार सुबह भरतपुर के तबरेल स्टेशन पर आंदोलनकारियों ने मालगाड़ी को रोककर प्रदर्शन किया।
अलवर-मथुरा जंक्शन रेलखण्ड के मध्य जाट आन्दोलन के कारण रेल यातायात प्रभावित हुआ है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जन सम्पर्क अधिकारी तरुण जैन के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर संचालित मथुरा जंक्शन-जयपुर और जयपुर-मथुरा जंक्शन जाने वाली दोनों गाड़ियों को शुक्रवार के लिए रद्द किया गया। जबकि जयपुर-आगरा फोर्ट को बांदीकुई तक चलाया जा रहा है। वहीं भिवानी-मथुरा को शुक्रवार को अलवर तक संचालित किया गया। इसके अलावा, उदयपुर-खजराहो, उदयपुर गुरुवार से ही जयपुर-सवाई माधोपुर-बयाना होकर और इलाहाबाद-जयपुर, इलाहाबाद को आगरा केन्ट-अचनेरा-बांदीकुई होकर संचालित किया जा रहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक व आरक्षण संघर्ष समिति के संरक्षक विश्वेन्द्र सिंह के नेतृत्व में जाट समाज आंदोलन कर रहा है। जाटों का आरोप है कि अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंप दी है, लेकिन मुख्यमंत्री ने इसमें कोई कार्रवाई नहीं की है। जब तक रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की जाएगी आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलन को देखते हुए भरतपुर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।