लखनऊ: मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से सांसद कौशल किशोर को मोदी मंतिमणडल में शामिल किया गया हैा सांसद कौशल किशोर की सरल सौम्य और एक संघर्षशील नेता के रूप में पहचान है। वह जनता की आवाज को उठाने का काम करते हैं।
कौशल किशोर की लखनऊ में खास पहचान
इसलिए भीट जुटाउ नेता के रूप में लखनऊ में उनकी पहचान है। प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में दलित नेता के रूप में उनकी पहचान है। वह पासी बिरादरी से आते हैं। कौशल किशोर वर्तमान में पारख महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा अनुसूचित वर्ग मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं।
कालीचरण कॉलेज से की थी पढ़ाई
मोहनलालगंज तहसील के बेगरिया गांव के वह रहने वाले हैं लखनऊ के कालीचरण कालेज से इण्टर की पढ़ाई की स्थानीय राजनीति में आने के कारण वह आगे की पढ़ाई पूरी नहीं कर सके शोषण व अन्याय के खिलाफ विदयार्थी जीवन से वह लड़ते रहे।
2002 में मलिबाद से विधायक चुने गए थे
२००२ में मलिहाबाद सुरच्क्षित सीट से वह विधायक चुने गये सपा मुखिलया मुलायम सिंह यादव ने कौशल किशोर को अपनी सरकार में कौशल किशोर को राज्यमंत्री बनाया था। लेकिन एक वर्ष बाद वह सरकार से अलग हो गये थे।
दूसरी बार सांसद बने थे कौशल किशोर
२०१३में भाजपा में शामिल हुए भाजपा ने उन्हें २०१४ के चुनाव में मोहनलालगंज सुरक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया और वह जीतकर संसद पहुंचे। लगाताद दूसरी बार सांसद बनने वाले कौशल किशाेर की पत्नी जयदेवी कौशल भी मलिहाबाद सुरक्षित सीट से विधायक हैं। सांसद बनने से पहले वह छ-बार विधानसभाचुनाव हार चुके हैं।