उनका मानना है कि आने वाले समय में भारत का प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करेगा कि अमेरिका में डॉलर का प्रदर्शन कैसा रहता है। वुड का मानना है कि भारतीय करेंसी रुपये पर रिस्क तेल की कीमतों में लगातार हो रहे बदलाव का कारण बना हुआ है। वुड ने कहा कि अभी भी भारत की स्टॉक मार्केट से काफी उम्मीदें हैं। उनके मुताबिक, मिड कैप सेगमेंट बाकी स्टॉक्स से बेहतर करेगा। वुड ने म्यूचुअल फंड को रिस्क भरा बताया। उन्होंने लिखा कि ये रिस्क लगातार बढ़ रहा है क्योंकि स्टॉक मार्केट में गिरावट है। अच्छी खबर यह है कि पैसे का अंतर्वाह कम है लेकिन यह पूरी तरह रुका नहीं है।’
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