प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश के बाद पीएम की सुरक्षा में बढ़ायी गया है। आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह मोदी की हत्या करने का मामला सामने आया था। मोदी ने हत्या की साजिस के सवाल पर एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि वह कोई शहंशाह या दंभी शासक नहीं हैं।जो लोगों की गर्मजोशी से अप्रभावित रहें।
मोदी ने कहा लोगों के साथ संवाद करने से ताकत मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह सड़कों पर काफी संख्या में लोगों को उनका अभिनंदन और स्वागत करने के लिये खड़े देखते हैं। तब वह अपनी कार में बैठे नहीं रह सकते। पीएम मोदी को आमतौर पर रोड शो के दौरान गाड़ी से बाहर लटककर और सुरक्षा घेरा तोड़कर लोगों से मिलते देखा जाता रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी मैं यात्रा करता हूं तो मैं समाज के सभी आयु वर्ग और क्षेत्र के लोगों को सड़कों पर मेरा अभिनंदन और स्वागत करते देखता हूं। तब मैं अपनी कार में बैठा नहीं रह सकता उनके स्नेह को अनदेखा नहीं कर सकता है जितना हो सकता है में बात करता हूं।
गौरतलहब है कि गृह मंत्रालय ने हाल में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के संबंध में नये दिशा निर्देश तय किए थे। मालूम हो कि मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया था। 2019 के आम चुनाव से पहले पीएम मोदी सबसे ज्यादा निशाने पर रहने वाले शख्स हैं।
मंत्रालय ने अपने पत्र में ‘मोदी को अज्ञात खतरे’ का हवाला देते हुए कहा है कि किसी को भी यहां तक कि मंत्रियों और अधिकारियों को भी उनकी विशेष सुरक्षा घेरे की इजाजत के बगैर उनके करीब पहुंचने की इजाजत नहीं होगी।
बता दें कि एसपीजी ने सत्ताधारी बीजेपी के मुख्य प्रचारकर्ता पीएम मोदी को 2019 के आम चुनाव के सिलसिले की जगह जनसभाएं करने का मशविरा दे रहे हैं। .जरूरत के हिसाब से मंत्री-अधिकारियों की भी जांच करने का निर्देश दिया गया है।
पुणे पुलिस की ओर से 7 जून को अदालत में यह कहे जाने के बाद कि प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) से कथित संबंध को लेकर गिरफ्तार किये गये 5 लोगों में एक के दिल्ली निवास से उसे एक पत्र मिला है।पत्र में राजीव गांधी की तरह ही नरेंद्र मोदी की हत्या करने की कथित योजना का जिक्र है।प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की हाल में बड़ी बारीक समीक्षा की गयी है।