नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरक्षा वाले बयान पर अब एक बार फिर से विवाद शुरू हो गया है और इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया का। विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष तोगड़िया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गौरक्षकों वाले बयान के खिलाफ कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि पीएम ने उन्हें असामाजिक बताकर उनका अपमान किया है और मांग की है कि सरकार उनसे इस मुद्दे पर बातचीत करे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यों को गौरक्षकों पर डोजियर तैयार करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्देश हिंदुओं का नस्ली प्रोफाइल तैयार करने जैसा है क्योंकि वे ऐसे लोग हैं जो गायों की रक्षा के लिए अपनी जान दे देते हैं।
तोगड़िया ने जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर असंतोष और पीड़ा प्रकट की, वहीं दूसरी ओर उनसे सवाल किया कि क्यों देश के प्रमुख ने गौकशी करने वालों को क्लीनचिट दे दी और गौरक्षकों का उत्पीड़न किया जो हमेशा उनके समर्थक रहे और जिन्होंने उन्हें निर्वाचित होने में मदद की। इसके साथ ही विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि गायों को बचाने में हिंदुओं की कोशिशों की प्रशंसा करने और इन सामान्य, गैर फैंसी गौरक्षकों के साथ ईमानदार बातचीत करने के बजाय मोदी ने ऐसे 80 फीसदी लोगों को असामाजिक करार दे दिया, जो न केवल गौमाता बल्कि हिंदुओं और उन सभी का अपमान है जो गायों की रक्षा के लिए अपनी जान लगा देते हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले गुजरात में दलितों के साथ मारपीट की गई थी जिसकी कड़ी निन्दा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसे असामाजिक तत्वों से नाराजगी जताते हुए कहा था कि कुछ लोग रात को अपराध करते हैं और दिन में गौरक्षक होने की नौटंकी करते हैं। तोगड़िया ने मोदी से अपने इस बयान को साबित करने को कहा कि 80 फीसदी गौरक्षक असमाजिक गतिविधियों में लगे रहते हैं।