नई दिल्ली। कालेधन पर केंद्र सरकार की निगाहें टिंकी हुई है, कालेधन पर लगाम लगाने के लिए पहले केंद्र सरकार ने नोटबंदी जैसा अहम कदम उठाया और अब उनकी निगाहें कालेधन को सफेद बनाने वाले चार्टर्ड एकाउंटेंट और कंपनी सेक्रेटरीज़ पर है। बताया जा रहा है कि सरकार शेल कंपनियों के जरिए काला धन सफेद करने वाले प्रोफेशनल्स के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई कर सकती है।
केंद्र सरकार का कहना है कि कालेधन को सफेद करने में चार्टर्ड एकाउंटेंट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने दो दिन पहले वीरेंद्र जैन औऱ सुरेंद्र जैन को इस घपले के आरोप में गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद इस बात की अटकलें तेज हो गई हैं कि 11 हज़ार करोड़ के घपले में 54 प्रोफेशनल्स शामिल हैं।
कौन हैं वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन
शेल कंपनी बनाकर कालाधन सफेद करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने वीरेंद्र जैन और सुरेंद्र जैन नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया था। इन दोनों लोगों पर फर्जी कंपनियां बनाकर कालेधन को सफेद करने का आरोप लगा है।ट
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई पूछताछ में इन लोगों ने बताया है कि इन्होंने कई सारी फर्जी कंपनियां बनाकर 559 लोगों को फायदा पहुंचाया। कयास लगाए जा रहे हैं कि वीरेंद्र की कंपनी से जिन लोगों को फायदा हुआ है उसमें कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।