नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में जिस तरह से उठी पटक मची उससे बिहार की राजनीति पूरी तरह से हिल गई है। उससे तो हर किसी का यही कहना है कि जेदयू अब मोदी सरकार के साथ मिल सकती है। क्योंकि जिस तरह से नीतीश ने कांग्रेस और लालू से गठबंधन तोड़कर बीजेपी के साथ जा मिलें हैं। उसे देखते हुए ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि जेदयू अब मोदी सरकार के साथ मिल सकती है।
बता दें कि बिहार की राजनीति में मच रहे इस घमासान के बीच नेताओं ने एक दूसरे पर बयान बाजी भी खूब जमकर की जहां राहुल ने नीतीश को धोखेबाज कहा तो लालू ने भी नीतीश पर हमला करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। लेकिन नीतीश पर किसी के भी बयान का कोई असर नहीं हुआ। क्योंकि उन्होंने पहले ही साफ कर दिया था कि वो अब अपना फैलसा नहीं बदलेंगे। जिस तरह से लालू ने नीतीश पर बयानबाजी की है। उसे देखकर तो यही लगता है कि अब लालू भी नहीं चाहेंगे कि नीतीश दौबारा उनके साथ आए और नीतीश के फैसले के बाद तो ये साफ हो ही गया कि नीतीश खुद महागठबंधन को तोड़कर बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं।
नीतीश ने अपने बयान में कहा था कि उनके लिए इस तरह के माहौल में काम करना बहुत मुश्किल हो गया था। इस लिए हमने ये कदम उठाया। क्योंकि हमें बिहार के विकास की चिंता है और ऐसे माहौल में काम करना ऐसा संभव नहीं है। इस लिए हमने ये फैसला लिया।