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वाराणसी के दो और गांवों को मोदी ने लिया गोद, बनेंगे आदर्श ग्राम

वाराणसी के दो और गावों को मोदी ने लिया गोद, बनेंगे आदर्श ग्राम

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र में दो गांव नए गोद लिए हैं, इसके पहले भी वह 4 गांव सांसद आदर्श ग्राम के तहत ले चुके हैं। वह अपने दूसरे कार्यकाल में एक भी गांव आदर्श ग्राम के माध्यम से अभी गोद नहीं ले पाए थे।

बरियारपुर और परमपुर की बदलेगी किस्मत

आदर्श ग्राम में शामिल होने के बाद गांव की किस्मत बदलने के चांस बढ़ जाते हैं। वहीं अगर प्रधानमंत्री ने गोद लिया हो तो इसके बाद सोने पर सुहागा हो जाता है। गोद लिए गांव विकास के इंतजार में हैं, ऐसे में अब होने वाले बदलाव गांव की दिशा और दशा बदल देंगे। मोदी ने सेवापुरी ब्लॉक के पूरे बरियारपुर और आराजीलाइन ब्लॉक के परमपुर को गोद लेने का फैसला लिया है।

पहले कार्यकाल में लिए थे 4 गांव

अपने पहले कार्यकाल में पीएम मोदी ने इस मुहिम की शुरुआत की थी। उस वर्ष मोदी ने वाराणसी के 4 गांव गोद लिए थे। जिनमें आराजीलाइन ब्लॉक के गांव जयापुर और नागेपुर शामिल हैं। अन्य दो गांव काशी विद्यापीठ ब्लॉक के हैं, जिनके नाम ककरहिया व डोमरी गांव हैं। इन गांवों की स्थिति में आज काफी परिवर्तन देखने को मिल सकता है।

दो अलग-अलग विधानसभा के गांवों का चयन

प्रधानमंत्री ने सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत यह निर्णय लिया। वह दो गांवों को बदलने की ओर अग्रसर हैं। ये दोनों गांव अलग-अलग विधानसभा के अंतर्गत आते हैं। पहला गांव बरियारपुर सेवापुरी तो वहीं दूसरा रोहनिया विधानसभा का हिस्सा है। बरियापुर में पिछड़ी जाति की बहुलता है, वहीं परमपुर गांव में सभी वर्ग बराबर संख्या में हैं।

कैसा होता है आदर्श ग्राम

इस तरह के गांव पर सांसद की विशेष नजर होती है। यहां बैंकिंग सेवा, पोस्ट आफिस, विद्यालय, गौशाला, खेल का मैदान आदि सुविधाओं की कमी नहीं रहती है। आसपास के क्षेत्र में ये गांव मिसाल बनाकर प्रस्तुत किए जाते हैं। इसकी शुरुआत 11 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा की गई। गांव के विकास के साथ-साथ लोगों का विकास भी इस मुहिम का लक्ष्य है।

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