जलपाईगुड़ी। गोरक्षा के नाम लोगों की हत्या के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। जबकि 15 अगस्त के मौके पर लाल किले से पीएम मोदी भी अपने भाषण में कह चुके हैं कि आस्था के नाम पर हो रही हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता और रविवार को भी पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि आस्था के नाम पर कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। लेकिन इसके बाद भी आस्था के नाम पर निर्दोषों की हत्या के मामले रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। पीएम मोदी के भाषण का उन लोगों पर कोई असर नहीं हो रहा है। गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या का एक और मामला सामने आया है। जहां पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में पशु तस्करी के शक के चलते भीड़ ने दो व्यक्तियों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। पुलिस ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस ने उनके अक साथी को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि तीनों व्यक्ति दो पहियां वाहन में भरकर पशुओं को कही ले जा रहे थे। उसके बाद धुपगढ़ी के नजदीक झारसालबोनी गांव के लोगों ने उन्हें रोक लिया और उनकी पीटाई शुरू कर दी। जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति फरार होने में कामयाब रहा। धूपगढ़ी पुलिस थाने के अधिकारी का कहना है कि पशु की तस्करी के शक में गांव वालों ने हफीजुल शेख और अनवर हुसैन की पीट-पीट कर हत्या कर दी। उनका कहना है कि भीड ने तड़के उन्होंने वाहन का पीछा किया और उन्हें खींचकर बाहर निकाल। उसके बाद भीड़ ने वाहन को बूरी तरह तोड़ दिया। पुलिस का कहना है कि हम मांले की जांच कर रहे है कि पशु ले जाने वाले लोग वैध तरीके से ले जा रहे थे या अवैध तरीके से ले जा रहे थे।
वहीं अधिकारी का कहना है कि दोनों पीड़ितों को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल ले जाते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि तीसरे आरोपी को बाद में हिरासत में लिया गया। इस मामले में जब अधिकारी से पूछा गया कि क्या गांव को लोगों ने गुस्से में आकर व्यक्तियों की हत्या कर दी या फिर यह तथाकथित गो-रक्षक दल का काम था उस पर उनहोंने कहा था कि इम मामले में जांच अभी चल रही है।