मुंबई। बीड जिले के अंबाजोगाई तहसील में स्थित सोनवला गांव में एक नाबालिग लड़की प्रज्ञा उर्फ सोनाली सतीश मस्के द्वारा शादी से इंकार करने के बाद नाराज चार लोगों ने उसे आग के हवाले कर दिया और फरार हो गए। गंभीर रूप से जली लड़की का स्वामी रामानंद तीर्थ अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, सोनवला गांव की रहने वाली प्रज्ञा नामक नाबालिग लड़की लोखंडी सावरगांव में स्थित महाविद्यालय में 11वीं कक्षा में पढ़ती है। गंभीर रूप से जली लड़की स्वामी रामानंद तीर्थ अस्पताल में पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उसके माता-पिता कुंद्री में स्थित शक्कर कारखाने में गन्ना की पेराई के लिए गए हैं।
बता दें कि वह अपनी आजी व दो भाइयों के साथ घर में रह रही है। प्रज्ञा के अनुसार गत सप्ताह गांव के महादेव जालिंदर घाडगे ने उसके सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो उसने इंकार कर दिया। प्रज्ञा की दादी 26 दिसम्बर को लाइट बिल भरने के लिए अंबाजोगाई गई हुई थी। एक भाई पढ़ने गया था तो दूसरा भाई चचेरे भाई के यहां पर गया था। इस बीच वह घर में अकेले थी। दोपहर चार बजे के आसपास गांव के ही बबन नरहरी मस्के, कविता जालिंदर घाडगे, महादेव जालिंदर घाडगे और सुवर्णा बबन मस्के उसके घर आए और महादेव ने उसे पूछा कि वह उससे शादी करेगी क्या? इस पर प्रज्ञा ने कहा कि मेरे पिता और चाचा इसके लिए नहीं बोलने वाले हैं और मैं भी तुम्हारी साथ शादी नहीं करुंगी।
वहीं इसके बाद बबन और कविता ने उसका हाथ पकड़ लिया और महादेव ने पास में रखा रॉकेल का डिब्बा उसके ऊपर उढेल दिया। वहीं, सुवर्णा ने प्रज्ञा को आग लगा दी। प्रज्ञा के चिल्लाने पर पड़ोसी पहुंचे और उसे इलाज के लिए अंबाजोगाई अस्पताल ले गए। इस अग्निकांड से प्रज्ञा 61 प्रतिशत जल चुकी है। गुरुवार को पुलिस उपाधीक्षक के सामने पीआई देवकन्या मैंदाड ने इन कैमरा बयान लिया। प्रज्ञा का बयान लेने के बाद धारुर पुलिस ने बबन नरहरी मस्के, कविता जालिंदर घाडगे, महादेव जालिंदर घाडगे और सुवर्णा बबन मस्के के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच पडताल शुरू कर दी है। इस मामले के सभी फरार हैं।