नई दिल्ली। पाकिस्तान की तरफ से आए दिन भारत में घुसने और तबाही मचाने की कोशिश की जाती है, लेकिन भारतीय सुरक्षाबलों के द्वारा उनकी इस नापाक कोशिश को नाकाम कर दिया जाता है। बीते गुरुवार को भी आतंकियों द्वारा एक ऐसी ही कोशिश की गई थी। कड़ी सुरक्षा के चलते नगरोटा में मुठभेड़ के दौरान चार आतंकी मारे गए। जिसके बाद आज दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के नगरोटा की घटना के मुद्दे पर तलब किया है। क्योंकि जम्मू के नगरोटा में गुरुवार को हुए एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के पाकिस्तान कनेक्शन के सबूत मिले थे।
डीएमआर पर किया गया आतंकियों को मैसेज-
बता दें कि नगरोटा एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादियों के पास से बरामद चीजों से पाकिस्तान कनेक्शन का पता चला है। बताया जा रहा है कि आतंकी पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से लगातार संपर्क में थे। एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान की एक कंपनी का डिजिटल मोबाइल रेडियो (डीएमआर) बरामद किया गया था। बताया जा रहा है कि आतंकियों की पाकिस्तान में बैठे आकाओं से क्या बात हो रही थी, बरामद मोबाइल के मैसेज में पता चला है। डीएमआर पर आतंकियों को मैसेज किया गया कि कहां पहुंचना है, क्या माहौल है, कोई मुश्किल तो नहीं है। इस मामले में जांच करने वाली एजेंसी को शक है कि ये मैसेज पाकिस्तान के शकरदढ़ से भेजा गया था। एक तरफ देखा जाए तो भारत में हुए ज्यादातर आतंकी हमलों में पाकिस्तान का ही हाथ होता है। लेकिन वह अपनी गलती मानने को तैयार नहीं होता है।
आतंकियो के पास से ये सबूत मिले-
वहीं खुफिया सूत्रों का कहना है कि डिजिटल मोबाइल रेडियो पाकिस्तानी कंपनी माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स का है। डिजिटल मोबाइल रेडियो पर मैसेज से पता चलता है कि घुसपैठ करने वाले आतंकी सीमा पार अपने आकाओं के कॉन्टैक में थे। साथ ही आतंकवादियों के जूते भी पाकिस्तान कनेक्शन की गवाही देते हैं। आतंकियों ने जो जूते पहने थे वो कराची में बने थे। एक वायरलेस सेट और एक जीपीएस डिवाइस भी बरामद किया गया था।