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मानवाधिकार के दायरे में होगी सैन्य कार्रवाई- बिपिन रावत

Bipin rawat मानवाधिकार के दायरे में होगी सैन्य कार्रवाई- बिपिन रावत

घाटी में इन दिनों स्तिथि बेहद ही तनावपूर्ण बनी हुई है। आए दिन पाकिस्तान की तरफ से कभी सीज फायर का उल्लंघन किया जा रहा है तो कभी पाकिस्तान से आए आतंकी घाटी का संवेदनशील माहौल बना रहे हैं। ऐसे में घाटी के ताजा हालात पर सेना प्रमुख बिपिन रावत का एक बयान सामने आया है। अपने बयान में बिपिन रावत ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर के राज्यों में लोगों के बीच गलत जानकारी पहुंचाई जा रही है और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को हथियार उठाने के लिए भड़काया जा रहा है। बिपिन रावत ने तेलंगाना स्थित एयर फोर्स अकेडमी में गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद यह बात कही है। उनका कहना है कि दक्षिण कश्मीर में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं लेकिन उनका मानना है कि जल्द ही स्थिति को सामान्य बना लिया जाएगा।

Bipin rawat मानवाधिकार के दायरे में होगी सैन्य कार्रवाई- बिपिन रावत

बिपिन रावत ने कहा कि कभी भी सेना की तरफ से मानवाधिकार का उल्लंघन नहीं किया जाएगा क्योंकि सेना मानव जीवन की रक्षा के लिए हमेशा से तत्पर है। वही जम्मू-कश्मीर में युवाओं द्वारा पत्थरबाजी करने के बारे में बोलते हुए बिपिन रावत ने कहा कि सेना के जवान इसके लिए तैयार है, सेना के जवानों को पत्थरबाजों के निपटने के लिए पशिक्षित हैं। शुक्रवार को घाटी में हुए आतंकी हमले में एक एसएचओ समेत 6 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। अनंतनाग जिले में उस वक्य यह आतंकी हमला हुआ था जिस वक्त पुलिसकर्मी अपनी ड्यटी कर लौट रहे थे, आतंकी वहां पहले से ही घात लगाकर बैठे हुए थे। जिसके बाद अंधाधुंध फायरिंग में एक एसएचओ समेत 6 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

वही सेना ने शुक्रवार को कुलगाम के अरवानी में तीन आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों को मारने के लिए सेना ने ऑपरेशन चलाया था। सेना को जानकारी मिली थी कि यहां तीन आतंकी छिपे हुए हैं। ऐसे में ऑपरेशन के तहत सेना ने उनपर कार्रवाई की, सेना को यह भी जानकारी मिली थी कि तीन आतंकियों में से एक आतंकी लश्कर का कमांडर मट्टू भी है। वही जब सेना ने अपना ऑपरेशन चलाया था तब वहां पर सेना को पत्थरबाजों का सामना करना पड़ा था। लेकिन पत्थरबाजों के निपटते हुए सेना ने तीनों आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया। ऐसे में शनिवार को सेना ने तीनों आतंकियों के शवों को बरामद कर लिया। बरामद किए गए आतंकियों के शवों में से एक आतंकी मट्टू का भी था। वही अपने कमांडर की मौत से भड़के हुए आतंकियों ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया। परिणामस्वरूप आतंकियों ने उत्तरी कश्मीर के बिजबेहरा इलाके में शनिवार सुबह को सेना और सीआरपीएफ के कैंप को अपने निशाने पर ले लिया। यहां आतंकियों ने सेना और सीआरपीएफ को अपने निशाने पर लेते हुए कैंप पर ताबाड़तोड़ गोलिया चलानी शुरू कर दी। आतंकियों ने यहां पर 90वीं बटालियन सीआरपीएफ और 1 राष्ट्रीय राइफल्स के कैंप को अपने निशाने पर लिया है। हालांकि इस हमले में किसी भी जवान के हताहत होने की खबर नहीं है। वही सेना के डर के कारण आतंकी मौके से फरार हो गए। फिलहाल आतंकियों की तलाश सेना ने शुरू कर दी है।

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