अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने कहा है कि कर्मचारियों को अपने मोबाइल डिवाइस से चीनी ऐप टिक टॉक को डिलीट करने का निर्देश देने वाला ईमेल गलती से भेजा गया है।
सैन फ्रांसिस्को. अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने कहा है कि कर्मचारियों को अपने मोबाइल डिवाइस से चीनी ऐप टिक टॉक को डिलीट करने का निर्देश देने वाला ईमेल गलती से भेजा गया है। शुक्रवार को कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि कर्मचारियों को भेजा गया ईमेल एक गलती है। टिकटॉक को लेकर हमारी नीतियों में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने अपने कर्मचारियों से चीनी शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप टिकटॉक (TikTok) को फोन से डिलीट करने को कहा था। कंपनी ने कर्मचारियों को भेजे गए एक ई-मेल में ‘सिक्योरिटी रिस्क’ का हवाला देते हुए टिकटॉक ऐप को डिलीट करने को कहा था। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बारे में जानकारी दी।
बता दें कि कंपनी ने अपने कर्मचारियों से कहा था कि यदि आपके मोबाइल फोन में टिकटॉक एप है तो इसे 10 जुलाई तक डिलीट कर दें अन्यथा आप अमेजन ईमेल को अपने मोबाइल पर एक्सेस नहीं कर पाएंगे। इस ईमेल के पांच घंटे बाद ही अमेजन ने अपने कर्मचारियों से कहा कि टिकटॉक को डिलीट करने का निर्देश देने वाला ईमेल एक गलती था और टिकटॉक को लेकर उसकी नीतियों में अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया है।
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ट्रंप प्रशासन ने टिकटॉक बैन करने के संकेत दिए हैं
वहीं टिकटॉक की मालिकाना कंपनी चीन की बाइटडांस है। यह ऐप दुनियाभर में शॉर्ट वीडियो मेकिंग ऐप के तौर पर दुनियाभर में पॉपुलर है। भारत में बैन किए जाने के बाद अब अमेरिकी सरकार ने भी संकेत दिया है कि वो इस ऐप को बैन कर सकती है। इस ऐप की मालिकाना कंपनी की वजह से अमेरिका में भी इस ऐप पर लगातार सवाल उठते रहे हैं। बीते सोमवार को ही अमेरिका के विदेश सचिव माइक पॉम्पियो ने कहा था कि ट्रंप प्रशासन कुछ चीनी मोबाइल ऐप को ब्लॉक करने पर विचार कर रहा है। पॉम्पियो ने इसका कारण राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा बताया है।
भारत में भी टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स बैन
वहीं मालूम हो कि कुछ दिन पहले ही भारत में भी इस टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप्स पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंध के कुछ दिन बाद ही इस ऐप को भारत में गूगल प्ले स्टोर और एप्पल आईओएस स्टोर से भी हटा लिया गया है। केंद्र सरकार ने इस बैन को लेकर कहा कि इन ऐप्स का इस्तेमाल भारत के संप्रुभता और अखंडता के लिए खतरा हो सकता है। टिकटॉक के अलावा जिन ऐप्स को भारत में बैन किया गया है, उसमें शेयरचैट, शेयरइट, कैमस्कैनर जैसे कुछ पॉपुलर ऐप्स भी शामिल था।