लखनऊ: CII की युवा शाखा यंग इंडियंस ने 1090 वीमेन पॉवरलाइन एवं अवध हेरिटेज कार क्लब के साथ सम्मिलित रूप से विंटेज कार रैली का आयोजन किया। इस रैली का शुभारम्भ पुलिस कमिश्नर डी. के. ठाकुर के द्वारा 1090 चौराहे से किया गया। इसमें सड़क सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
सीआईआई ऑफिस में हुए कार्यक्रम
इसके बाद सीआईआई ऑफिस में सड़क सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन तथा एक्सेसिबिलिटी पर एक सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर और प्रबंध निदेशक UPSRTC धीरज साहू ने सभा को सम्बोधित किया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में सड़क दुर्घटना को कम करने हेतु विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि निजी वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या सड़क दुर्घटना का एक विशेष कारण बनती हैं। इसीलिए विशेष रूप से युवा वर्ग में सड़क नियमों के प्रति जागरूकता बहुत आवश्यक है।
पर्यावरण और सड़क सुरक्षा पर हुई चर्चा
सभा को सम्बोधित करते हुए विनम्र अग्रवाल, वाईस चेयरमैन, सीआईआई (उप स्टेट) ने बताया कि बीसवीं शताब्दी में निर्मित यह विंटेज कारें ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग का एक उत्कृष्ट उदहारण हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मांग अर्थव्यवस्था की मज़बूती को दर्शाता है। शहर की ये धरोहर हमारी संस्कृति का चलता-फिरता उदाहरण है।
अपने सम्बोधन में यंग इंडियंस(Yi) के चेयरमैन अविरल जैन ने बताया कि इस रैली का उद्देश्य सड़क सुरक्षा, पर्यावरण तथा एक्सेसिबिलिटी के प्रति लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि Yi के माध्यम से हम लोगों को ट्रैफिक नियमों को पालन करने तथा पर्यावरण को बचने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।
सभी के प्रयासों से होगा बदलाव
भारतीय व्हीलचेयर क्रिकेट टीम के कप्तान सोमजीत सिंह ने इस कार्यक्रम के माध्यम से विशेष आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अपने कार्यस्थल और भवनों में यथासंभव रैंप आदि का निर्माण करें ताकि विशेष रूप से अक्षम व्यक्तियों को सहायता मिल सके। इसके साथ ही उनको समाज की मुख्यधारा से भी जोड़ा जा सके।
अवध हेरिटेज कार क्लब से, उनके अध्यक्ष कैप्टन परितोष चौहान और उपाध्यक्ष एम ए खान ने कई अन्य सदस्यों के साथ इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। एक्जीक्यूटिव मेंबर भानु शुक्ला ने बताया कि इस कार रैली का आयोजन 1090 वीमेन पॉवरलाइन तथा अवध हेरिटेज कार क्लब के साथ सम्मिलित रूप से किया गया, इस रैली में 15 से अधिक कारों ने भाग लिया। ये सभी कारें 70-80 साल पुरानी हैं, इनमें पुराने लखनऊ की झलक देखी जा सकती है।