श्रीनगर। कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन को करीब दो महीने होने को आए हैं। अभी तक हुई 9 दौर की वार्ता में किसानों और सरकार के बीच कोई समाधान नहीं निकला है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार किसानों के समर्थन में खड़े हुए दिखाई दे रहे है। किसानों के समर्थन में राहुल गांधी को आए दिन सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए देखा जा सकता है। इसके साथ ही आज यानि शनिवार को पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मौजूदा तानाशाही शासन के खिलाफ खड़े रहने के लिए इतिहास राहुल गांधी को याद रखेगा।
भारत चुनिंदा लोगों की गिरफ्त में- मुफ्ती
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा जब से कृषि कानूनों को पास किया गया है, तब से देश की राजनीति में आए दिन हलचलें देखने को मिलती रहती हैं। जिसके चलते आए दिन विपक्ष सरकार पर हमलावर होता दिखाई देता है। इसी बीच आज पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा कि कहा कि आप राहुल गांधी का कितना भी मजाक उड़ाएं, लेकिन वह एकमात्र नेता हैं जो सच बोलने की हिम्मत रखते हैं। यह तथ्य है कि नया भारत चुनिंदा लोगों और साठगांठ रखने वाले पूंजीपतियों की गिरफ्त में है। मौजूदा तानाशाही शासन के खिलाफ खड़े रहने के लिये इतिहास उनको याद रखेगा। इसके साथ ही जम्मू.कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने एक और ट्वीट किया कि केन्द्र सरकार ने अपनी पालतू एजेंसी राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं किसान यूनियन के पीछे लगा दिया।
सरकार की पालतू एजेंसी अब किसान यूनियनों के पीछे पड़ी- मुफ्ती
इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती ने आगे लिखा कि भारत सरकार की पालतू एजेंसी अब किसान यूनियनों के पीछे पड़ी है। भारत की शीर्ष आतंकवाद जांच एजेंसी के पाखंड को कश्मीरियों, किसान और असहमति रखने वालों को फंसाने के उसके ढंग से समझा जा सकता है।