जम्मू-कश्मीर में इन दिनों हालात बेहद ही संवेदनशील बने हुए हैं। आए दिन यहां पाकिस्तान की तरफ से कभी सीज फायर का उल्लंघन किया जाता है तो कभी आतंकवादी घाटी के माहौल को खराब करने में लगे रहते हैं। ऐसे में आतंकवादियों द्वारा अपने साथियों की हत्या करने के बाद पुलिस कर्मियों में खासा रोष देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में पुलिस आतंकियों के खिलाफ नरम रुख अपनाने का आरोप सरकार पर लगा रही है। पुलिस का कहना है कि अलगाववादी पुलिस के खिलाफ स्थानीय लोगों को भड़काने का काम करते हैं। सूत्रों के हवाले से खबरें हैं कि पुलिस का मानना है कि पीडीपी सरकार जमात-ए-इस्लामी की साल 2014 में जीत के बाद अहसानमंद हो गई है। जिस कारण सरकार द्वारा आतंकियों के खिलाफ नरम रुख देखा जा रहा है। लेकिन अलगाववादियों का काम सिर्फ और सिर्फ स्थानीय लोगों को पुलिस के खिलाफ भड़काना है।
शुक्रवार को हुए लश्कर ए तैयबा के कमांडर की हत्या के बाद उसका अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया। इसमें सैकड़ों का तादात में मोस्ट मॉन्टेड लिस्ट में रहे आतंकी शामिल हुए। ज्यादातक लोगों के हाथ में पाकिस्तान का झंडा था। जुनैद मट्टू अपने साथियों के साथ सेना द्वारा मारा गया था। जुनैद मुट्टू को खुदवानी गांव में दफनाया गया है। अब जुनैद मुट्टू एक खूंखार आतंकी था जिसके साथ साथ वह लश्कर का कमांडर भी था, अब इतने खूंखार आतंकी को अंतिम विदाई देने के लिए तो उसके साथ के ही लोग आएंगे। तो बिल्कुल ऐसा ही हुआ। जुनैद मुट्टू को अंतिम विदाई देने के लिए हथियार बंद उसके आतंकवादी साथी ही आए। हाथों में बंदूके लिए वह फायरिंग करने से भी बाज नहीं आए।
वही जहां पर आतंकियों का सरगना या फिर यूं कहे की आतंकियों का अध्यापक जुनैद मुट्टू को दफनाया जा रहा था वहां से महज 22 किलोमीटर की दूरी पर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की गोली के शिकार हुए फिरोज को भी दफनाया गया था। आपको बता दें कि शुक्रवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए 6 पुलिसकर्मियों में फिरोज भी शामिल थें। ऐसे में जब उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा था तब पूरे गांव के लोगों के साथ उनके मित्र, विभाग के साथी और पूरे गांव के लोग इकट्ठा होकर उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचे थे। वह अपने पीछे एक पत्नी और 2 बेटियों को छोड़ कर गए हैं। उनकी बेटियों को इस बात की अंदाजा तक नहीं था कि वह जिन्हें अपने पिता के रूप में देखती है अब वह इस दुनिया में नहीं रहे। और उन्हें गंदी सोच रखने वाले आतंकियों ने मार दिया है।