मेरठ: प्रदेश और देश कोरोना की पहली और दूसरी लहर का प्रकोप झेल चुका है। कोरोना की दूसरी वेब के दौरान हर ओर कोहराम मचा हुआ था। लेकिन अब हालात काबू में है। प्रदेश में कोरोना का संक्रमण अब पूरी तरह से रुक चुका है। लेकिन कोविड की दूसरी लहर के दौरान मेडिकल कॉलेज ने भारी लोड झेला था। इसके एल-3 कोविड केंद्र में नोएडा, गाजियाबाद, अमरोहा, मुरादाबाद, सहारनपुर, बुलंदशहर, गाजियाबाद तक के मरीज आए थे। इस दौरान कई मरीजों की मौत भी हुई थी। लेकिन अब मेडिकल कॉलेज ने पूरी तैयारी पूरी कर ली है।
सितंबर में आ सकती है तीसरी लहर
विशेषज्ञों ने दावा किया है भारत में सितंबर तक कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे देगी। ऐसे में सरकार और अस्पताल प्रशासन कोई चूक नहीं करना चाहते। मेडिकल कॉलेज के कैंपस में चार ऑक्सीजन के प्लांट और फिलिंग स्टेशन बनाए गए है। तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए बच्चों के लिए भी 100 बेड का पीडियाट्रिक आईसीयू बनाया गया है।
मेडिकल कॉलेज में पूरी व्यवस्था
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने जानकारी दी है कि अगर जरूरत पड़ी तो पूरे मेडिकल कॉलेज को कोविड सेंटर बनाया जाएगा। इसमें 750 बेड़ों का कोविड हॉस्पिटल बना लिया गया है। दो आईसीयू पहले ही है। इनमें 250 बेड है जबकि 100 से ज्यादा डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाती है।
ऑक्सीजन की कोई कमीं नहीं
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हर ओर ऑक्सीजन की कमीं से लोग परेशान थे और अपनी जान गंवा रहे थे। लेकिन अब मेडिकल कॉलेज ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। यहां छह टन की क्षमता का दूसरा फिलिंग सेंटर भी तैयार किया जा चुका है। यहां इतनी ऑक्सीजन है कि जरूरत पड़ने पर अन्य अस्पतालों भी सप्लाई की जा सकेगी।