मेरठ: अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस आत्महत्या मामले में नामजद सभी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित अधिवक्ता पश्चिमी यूपी के 22 जिलों में आज हड़ताल पर हैं।
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वेस्ट यूपी के इन जिलों में अधिवक्ताओं ने अपने चेंबर्स पर तालाबंदी करते हुए जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और कलक्ट्रेट पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। वहीं, मेरठ में अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दी और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए न्याय की मांग की।
हड़ताल और क्रमिक अनशन पर हैं अधिवक्ता
मेरठ बार एसोसिएशन के महामंत्री सचिन चौधरी ने बताया कि गंगानगर में 12 फरवरी को वकील ओमकार तोमर ने आत्महत्या की थी। इस मामले में भाजपा विधायक समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया गया था। पुलिस अब तक सिर्फ तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है। इसे लेकर वकील हड़ताल और क्रमिक अनशन पर हैं।
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि बीती 13 फरवरी को मेरठ में गंगानगर के इशापुरम में रहने वाले अधिवक्ता ओमकार तोमर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के बेटे लव तोमर का आरोप था कि उसके और उसकी पत्नी के बीच विवाद चल रहा था, जिसमें पंच की भूमिका निभा रहे भाजपा विधायक और अन्य कई लोग उनके पिता पर नाजायज दबाव बना रहे थे। इसी से डिप्रेशन में आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली। इस मामले में अधिवक्ताओं के हंगामे के बाद पुलिस ने भाजपा विधायक सहित 14 आरोपियों के खिलाफ ओमकार तोमर को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद से मेरठ के अधिवक्ता लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए आंदोलन कर रहे हैं।