राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी प्रत्याशी लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार का कहना है कि राजनीति और जीवन में कभी ऐसा भी होता है जब साथी साथ छोड़ कर चला जाता है। मीरा कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए बोल रही थी। मीडिया से बात करते हुए मीरा कुमार ने बताया कि यह चुनाव दलित बनाम दलित नहीं है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष की तरफ से दलित का खेल शुरू नहीं हुआ है, एनडीए ने इसकी शुरूआत की है। सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि मीरा कुमार के अनुसार हमारा देस बहुधर्मी है जिसमें कई सारे धर्मों को लेकर आगे बढ़ने की जरूरत होती है।
उनका कहना है कि बीजेपी सांप्रदायिकता की विचारधारा लेकर चलने वाली पार्टी है। उनके अनुसार जब तक हम धर्मनिरपेक्ष नहीं होंगे तब तक भारत, भारत ही नहीं रहेगा। मीरा कुमार ने कांग्रेस और बहुजन समाज वादी पार्टी के विधायकों व सासंदों को संबोधित करते हुए कहा है कि देश की व्यवस्था को धर्मों के नाम से बिगाड़ा जा रहा है। मीरा कुमार ने कहा है कि उन्होंने चुनाव में मतदान करने वाले सभी लोगों को पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अपनी अंतरात्मा की आवाज पर ही अपना वोट डाले।
मीरा कुमार का कहना है कि देश एक चौराहे पर खड़ा हुआ है और यह एक ऐसा चौराहा है जिसमें हमें देश की पहचान की विचारधार को जीवित रखने की जरूरत है। आपको बता दें कि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीरा कुमार के आगमन के लिए काफी सारी तैयारियां की गई थी। मीरा कुमार की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे।