देहारादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण इन दिनों प्रदेश में अवैध प्लाटिंग के मुद्दे पर काफी सख्त नजर आ रहा है। प्राधिकरण का हथौड़ा इन अवैध कार्यों पर लगातार चल रहा है। ताजा मामला झाझरा में बालाजी मंदिर के पास स्थित चकराता रोड का है। जहां पर लगभग 20 बीघा जमीन पर गैरोला द्वारा अवैध प्लाटिंग की गई थी, जिसको लेकर प्राधिकरण पहले ही नोटिस भेज चुका था लेकिन गैरोल ने प्राधिकरण के आदेश को अनसुना कर दिया और उसकी अवैध मेहनत पर प्राधिकरण का हथौड़ा चल गया। यहां से अवैध प्लाटिंग को हटाने के लिए प्राधिकरण की ओर से एई. एम के जोशी, जेई गोविंदा सिंह के अलावा किसी हंगामे की स्थिति में भारी पुलिस बल तैनात था।
साथ ही एक अन्य प्रकरण में प्राधिकरण टीम ने एडमिनिस्ट्रेशान और पोलिस फोर्स के साथ मिलकर रोड साइड पर किये गए इंक्रोचमेंट को बलपूर्वक हटा दिया है। गौरतलब है कि प्रदेश में लगातार हो रही अवैध प्लाटिंग से प्राधिकरण काफी खफा है, अरे भई हो भी क्यों न क्योंकि एमडीडीए के उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव जो है, जिन्होंने हमेशा अपना हर कदम प्रदेश की भलाई के लिए उठाया है तो ऐसे में उनके सामने कोई अवैध काम करे यो तो हो ही नहीं सकता।
बता दें कि इससे पहले जीएमसी देहरादून रोड़ द्वारा 30 से 40 बीघा जमीन पर अवैध रूप से प्लॉटिंक का कार्य किया जा रहा था, जिस पर कार्यवाही करते हुए एमडीडीए ने उसे ध्वस्त कर दिया था। ध्वस्त करने से पहले प्राधिकरण ने जमीन पर प्लाटिंग करने वाले समीर खान पुत्र सिकंदर खान को कारण बताओं नोटिस भेजा था। इलके अलावा देहराखास के सरस्वती विहार और पाम सिटी का हैं जहां पर मानचंद और दिगम्बर द्वारा लगभग 30 बीघा जमीन पर कब्जा कर लिया गया था, लेकिन प्राधिकरण ने इस पर एक्शन लेते हुए कब्जा की हुई जमीन पर बनाए गए निर्माण को गिरा दिया है। इसके अलावा सड़क पर प्लाटिंग के लिए बनाए गए डिमॉर्कशन को भी ध्वस्त कर दिया था।