लखनऊ। आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में शनिवार को फिक्की फ्लो द्वारा आयोजित कार्यक्रम महापौर संयुक्ता भाटिया ने वीरांगनाओं की शौर्य गाथाओं का बखान किया। इस अवसर पर बोलते हुए महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि इतिहास साक्षी है कि किसी राष्ट्र का गौरव तभी जाग्रत रहता है जब वह अपने स्वाभिमान और बलिदान की परम्पराओं को अगली पीढ़ी को भी सिखाता है, संस्कारित करता है, उन्हें इसके लिए निरंतर प्रेरित करता है।
महापौर ने कहा कि किसी राष्ट्र का भविष्य तभी उज्ज्वल होता है जब वो अपने अतीत के अनुभवों और विरासत के गर्व से पल-पल जुड़ा रहता है। फिर भारत के पास तो गर्व करने के लिए अथाह भंडार है, समृद्ध इतिहास है, चेतनामय सांस्कृतिक विरासत है। इसलिए आजादी के 75 साल का ये अवसर एक अमृत की तरह वर्तमान पीढ़ी को प्राप्त होगा। एक ऐसा अमृत जो हमें प्रतिपल देश के लिए जीने, देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इतिहास गवाह है कि महिलाओं ने भी समय-समय पर अपनी बहादुरी और साहस का प्रयोग कर पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चली हैं। ऐसी तमाम वीरांगनाएँ जिन्होंने असंभव प्रयास करते हुए किसी भी युग में न भूलने वाला काम किया और अमर हो गयी।
उन्होंने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, बेगम हजरत महल एवं वीरांगना उधादेवी के शौर्य एवं पराक्रम का बखान करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस अवसर पर महापौर संग फ्लो लखनऊ की चेयरपर्सन आरुषि टंडन,माधुरी हलवासिया ,ललिता प्रदीप ,वाणी आनंद ,अनी जैदी ,मोहम्मद राशिद सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।