लखनऊ। बीजेपी अध्यक्ष अमित द्वारा पार्टी के 38वें स्थापना दिवस पर विपक्ष पर किए गए हमले पर मायावती ने पलटवार किया है। मायावती ने कहा कि अपमान, आपत्तिजनक हीन भावना वाली संघी भाषा का इस्तेमाल गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ ने भी किया था, जिसका उन्हें करारा जवाब मिल चुका है। इसके बाद भी बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अपनी आपराधिक मानसिकता व संघी चाल व चरित्र से मजूबर नजर आता है, जिसे देश की जनता नजरअंदाज नहीं करने वाली।
मायावती ने कहा कि शाह का बयान ये साबित करता है कि गुरु-शिष्या यानी मोदी-शाह के नेतृत्व में पार्टी का स्तर कितना नीचे गिर गया है। आज देश के सामने ये प्रश्न खड़ा हो गया है कि ऐसे अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करना देश की सत्ताधारी पार्टी को शोभा नहीं देता? बसपा प्रमुख ने कहा कि अमित शाह और पीएम मोदी अहंकारी, गरीब और जनविरोधी हठधर्मी जैसा रवैया अपना रहे हैं, जिसके कारण बीजेपी केंद्र में अकेली पड़ती जा रही है और उसके सहयोगी दल भी उसके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
मायावती ने कहा कि बीजेपी ने खुद अपनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का बिगुल संसद में बजाया,लेकिन मोदी सरकार उस अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस नहीं कराने के लिए अनेकों अनैतिक व अलोकतान्त्रिक हथकण्डे अपनाती रही। गौरतलब है कि बीजेपी के 38 स्थापना दिवस के अवसर पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि मोदी की बाढ़ ने सांप-नेवले-कुत्ते को एक कर दिया है।