लखनऊ। यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों को लेकर बहुजन समाज पार्टी युद्धस्तर पर लगी हुई है। मायावती ने अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को 2022 के मिशन में जुट जाने के निर्देश दे दिए हैं। इसका असर भी दिख रहा है।
बसपा नेता भाईचारा कमेटियों की तर्ज पर हर समाज की बैठकें कर रहे हैं। इन सबके बीच युवाओं को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को दे दी है। अब आकाश आनंद भी युवाओं से संवाद करना शुरू कर चुके हैं।
नई दिल्ली में बसपा के राष्ट्रीय कार्यालय में आकाश आनंद ने युवाओं के साथ एक मीटिंग की है। जिसका चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है। बसपा को लेकर एक आमधारणा हमेशा से रही है कि वह युवाओं को ज्यादा तरजीह नहीं देती।
दूसरा यह कि मायावती ने अपने भाई आनंद और भतीजे आकाश को पार्टी में लेने के बाद आलोचकों के निशाने पर आ गई थीं। आलोचक लगातार सवाल उठा रहे थे कि मायावती ने अपने भाई और भतीजे को पार्टी में ले तो लिया लेकिन ये जनता के बीच कब जाएंगे। इन आलोचनाओं के बीच आकाश आनंद द्वारा युवा कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग सोशल मीडिया पर छा गई है।
आकाश आनंद बोले- संवाद की शुरूआत हुई, अब जन-जन तक पहुंचाना है
बसपा के नेशनल को-ऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने ट्वीट किया कि ‘बीएसपी के कुछ समर्पित युवा साथियों के साथ भविष्य की योजनाओं को लेकर बातचीत हुई। मंहगाई, रोजगार, समानता और सुरक्षा के मुद्दे पर पूरे देश में युवा साथियों के साथ संवाद की एक शुरुआत हुई है। मान्यवर कांशीराम जी के विचार और आदरणीय मायावती जी के शासन की उपलब्धियां जन जन तक पहुंचाना है।’
बीएसपी के कुछ समर्पित युवा साथियों के साथ भविष्य की योजनाओं को लेकर बातचीत हुई। मंहगाई, रोजगार, समानता और सुरक्षा के मुद्दे पर पूरे देश में युवा साथियों के साथ संवाद की एक शुरुआत हुई है। मान्यवर कांशीराम जी के विचार और आदरणीय मायावती जी के शासन की उपलब्धियां जन जन तक पहुंचाना है। pic.twitter.com/G5dapzJPyJ
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) August 2, 2021
सोशल मीडिया पर आकाश आनंद को लेकर खूब हो रही चर्चा
दिल्ली में युवाओं से मुलाकात करने के बाद आकाश आनंद सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं। आकाश आनंद से मिलने वाले युवाओं के गुट में कई युवा लखनऊ के भी हैं। सोशल मीडिया पर एक ओर जहां आकाश की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर आलोचनाओं का दौर भी शुरू हो गया।
समर्थकों का कहना है कि यह उनके मुंह पर तमाचा है जो मायावती के निर्णयों की आलोचना करते हैं। आकाश को पार्टी में लेने के मायावती के निर्णय को समर्थक अब सही ठहरा रहे हैं। वहीं आलोचकों का कहना है कि ऐसी क्या मजबूरी थी कि मायावती ने बिना किसी अनुभव के आकाश को नेशनल को-ऑर्डिनेटर बना दिया। इतने दिन तक आकाश कहां थे। अगर युवाओं से मिले भी तो दिल्ली में, जबकि चुनाव यूपी में है।
जल्द लखनऊ में डालेंगे डेरा
आकाश आनंद बहुत जल्द लखनऊ में डेरा डालेंगे। यहीं से वो प्रदेश की राजनीति में बसपा से युवाओं को जोड़ने की मुहिम शुरू करेंगे। इसकी तैयारियां अंतिम चरणों में हैं। कहा जा रहा है कि आकाश आनंद बहुत जल्द जनता के बीच भी जाएंगे। हालांकि यह अभी कयासों का दौर है।