featured देश यूपी राज्य

सपा-बसपा गठबंधन पर बोलीं मायावती, कहा गेस्ट हाउस कांड से ऊपर है देश हित

मायावती अखिलेश सपा-बसपा गठबंधन पर बोलीं मायावती, कहा गेस्ट हाउस कांड से ऊपर है देश हित

बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान किया है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीटों के बंटवारे की घोषणा की। मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ साल 1993 में विधानसभा चुनावों में कांशीराम और मुलायाम सिंह के गठबंधन में चुनाव लड़ा गया और सरकार बनाई गई थी।

मायावती अखिलेश सपा-बसपा गठबंधन पर बोलीं मायावती, कहा गेस्ट हाउस कांड से ऊपर है देश हित

इसे भी पढ़ें-रामगोपाल यादव का बयान, लोकसभा चुनाव में SP-BSP में हो रहा है गठबंधन

मायावती ने कहा कि बीजेपी की जहरीली, सांप्रदायिक और जातिवादी राजनीतिक से प्रदेश को बचाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया था। देश में दोबारा ऐसे हालातों स निपटने के लिए बसपा ने एक बार फिर ऐसा करने की आवश्यकता महसूस की है।

इसे भी पढ़ें-बिहार: NDA में रहकर लोकसभा चुनाव लडेंगे पासवान, आज होगी सीट बंटवारे की घोषणा

मायावती ने कहा कि बसपा ने आगामी लोकसभा चुनावों में एक बार फिर समाजवादी पार्टी के साथ इस गठबंधन को करने का निर्णय किया है। वर्ष 2019 में हुए इस गठबंधन को एक प्रकार से नई राजनीतिक क्रांति का समय माना जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का कई बार जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने 1995 के लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से देश को ऊपर रखते हुए गठबंधन का फैसला लिया है।

मायावती ने कहा कि 4 जनवरी को दिल्ली में हुई बैठक में हमने प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर गठबंधन में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इसकी भनक बीजेपी को लग गई। इसी वजह से हमारे सहयोगी अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने के लिए जबरन उनका नाम खनन घोटाले में शामिल किया गया है।

इसे भी पढ़ें-कमल हासन ने किया ऐलान 2019 का लोकसभा चुनाव जरूर लडूंगा

आपको बता दें कि 1993 का विधानसभा चुनाव सपा और बसपा ने साथ मिलकर लड़ा था। इस गठबंधन ने 4 दिसंबर 1993 को सत्ता की कमान संभाली, लेकिन 2 जून, 1995 को बसपा ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इस तरह दोनों का गठबंधन टूट गया। बसपा के समर्थन वापसी से मुलायम सिंह की सरकार गिर गई। 3 जून, 1995 को मायावती ने बीजेपी के साथ मिलकर सत्ता की कमान संभाली। 2 जून 1995 को उन्मादी भीड़ ने सबक सिखाने के नाम पर बसपा सुप्रीमो पर हमला किया। जिसको लखनऊ गैस्ट हाऊस कांड के नाम से जाना जाता है।

Related posts

आज से नए रूट पर चलेगी जोधपुर-बीकानेर हावड़ा एक्सप्रेस, ये रही वजह

Rahul

मोदी बोले, टीएमसी के 40 विधायक चुनाव नतीजों के बाद ‘दीद’ से तोड़ लेंगे नाता, ममता खेमे में खलबली

bharatkhabar

1857 के विद्रोह की लपटें जब कानपुर पहुंचीं, तो तात्या टोपे ने कानपुर में स्वाधीनता स्थापित करने में अगुवाई की

mahesh yadav