लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में संदिग्ध आतंकी साजिश के खुलासे पर अब सियासत शुरू हो गई है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस संदिग्ध आतंकी साजिश को लेकर सवाल किए हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर इस मामले में कोई सच्चाई है तो इसकी आड़ में सियासत नहीं होनी चाहिए।
गौरतलब है कि लखनऊ दुबग्गा इलाके में रविवार को संदिग्ध आतंकियों द्वारा साजिश रचे जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सुबह ही एटीएस की टीम ने वहां पहुंचकर दो संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस दौरान यह भी दावा किया गया है कि इनके द्वारा लखनऊ के साथ-साथ यूपी के कई जिलों में सीरियल बम ब्लास्ट की प्लानिंग तैयार की जा रही थी।
दो संदिग्धों की गिरफ्तारी के कुछ देर बाद मड़ियांव से भी एक संदिग्ध को हिरासत में लिया गया है। हालांकि, इन सभी के अलकायदा से तार जुड़े होने का दावा किया जा रहा है। इतना ही नहीं सूत्रों का ये भी दावा है कि इनके करीब पांच साथी फरार हैं। इसको लेकर यूपी के सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस इनकी तलाश में जुट गई है।
मायावती का सवाल: विधानसभा चुनाव करीब, अब इस तरह की कार्रवाई संदेहास्पद
बसपा मुखिया मायावती ने कहा है कि यूपी विधानसभा के चुनाव करीब आ चुके हैं। ऐसे में इस तरह की कार्रवाईयां लोगों के मन में संदेह पैदा करती हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि अगर यह सच है तो पुलिस अब तक क्या कर रही थी। मायावती के मुताबिक यह साजिश एक दो दिन में तो रची नहीं गई होगी। ऐसे में सवाल कई हैं, जो इस कार्रवाई पर पैदा हो रहे हैं।
2. यूपी विधानसभा आमचुनाव के करीब आने पर ही इस प्रकार की कार्रवाई लोगों के मन में संदेह पैदा करती है। अगर इस कार्रवाई के पीछे सच्चाई है तो पुलिस इतने दिनों तक क्यों बेखबर रही? यह वह सवाल है जो लोग पूछ रहे हैं। अतः सरकार ऐसी कोई कार्रवाई न करे जिससे जनता में बेचैनी और बढ़े।
— Mayawati (@Mayawati) July 12, 2021
हालांकि मायावती ने यह भी कहा है कि अगर गिरफ्तार दो लोगों के तार अलकायदा से जुड़े हैं और यह दावा सही है तो कार्रवाई जरूर होनी चाहिए। इसकी आड़ में सियासत नहीं होनी चाहिए। मायावती ने यह भी कहा कि सरकार कोई ऐसी कार्रवाई न करे जिससे जनता के बीच बेचैनी बढ़े।