लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की चार बार की मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती इन दिनों केंद्र और राज्य सरकारों पर हमलावर हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने सरकार की नाकामियों की पोल खोलकर रख दी है। इसी का नतीजा है कि अब कोरोना ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपना विध्वंसक रूप दिखा रहा है। इसी को लेकर मायावती ने सरकार पर जमकर हमला बोला है।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। सरकार की नाकामियों के कारण एक बार फिर भारत सुर्खियों में है। इसको रोकने के कारगर उपाय करने के बजाय सरकारें सिर्फ घोषणाएं कर रहीं हैं।
1. कोरोना प्रकोप के सुविधाहीन ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी फैल जाने से भारत सुर्खि़र्यों में आ गया है, फिर भी सरकारें इसकी उचित तैयारी व उससे जनता को राहत दिलाने के सम्बंध में ताबड़तोड़ घोषणाएं ऐसे कर रही हैं जैसे चुनाव के समय में हवा-हवाई वादों का प्रचलन है, अति-दुःखद। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) May 24, 2021
मायावती ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह दुर्भाग्य है कि सरकारें ऐसे घोषणाएं कर रही हैं, मानों इस समय चुनाव हों। बिल्कुल चुनावी वादों की ही तरह घोषणाएं की जा रहीं हैं लेकिन, कोरोना को रोकने के उपाय नहीं हो रहे हैं। यही कारण है कि कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है।
बसपा मुखिया ने सरकार को सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि यूपी समेत सभी राज्यों को अपनी स्वास्थ्य सुविधाएं दुरूस्त करने की जरूरत है। डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ के अभाव में जो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाल पड़े हुए हैं, उनको शुरू करने की जरूरत है।
2.जबकि सख्त जरूरत है कि यूपी व अन्य राज्यों में पहले से ही डाक्टर व अन्य सरकारी कर्मचारियों आदि के अभाव में खासकर जो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र आदि बेकार व खस्ताहाल पड़े हैं उन्हें तत्काल सक्रिय किया जाए ताकि ग्रामीण भारत के अधिसंख्य गरीब व बेसहारा लोगों को इसका लाभ फौरन मिल सके।
— Mayawati (@Mayawati) May 24, 2021
सरकारों को यह कोशिश तुरंत शुरू कर देनी चाहिए। जितनी जल्दी हो सके ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को अमलीजामा पहना दिया जाए। ताकि गरीब और बेसहारा लोगों को इसका लाभ मिले और वो कोरोना की कठिन परिस्थितियों में खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।