नई दिल्ली। चीनी मिल के घोटाले में घिरि बीएसपी सुप्रीमों मायावती को लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तगड़ा झटका लगा है। चीनी मिल मामले में सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। बता दें कि ये मामला मायावती के शासनकाल में साल 2010-11 में बेची गई 21 चीनी मिलों को लेकर है। बताया जाता है कि इन चीनी मिलों को बेचे जाने से प्रदेश सरकार को 1,179 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। साल 2007 से 2012 के बीच प्रदेश की सत्ता में रही मायावती पर ये आरोप उनके करीबी रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पिछले साल लगाया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि चीनी मिलें पूर्व सीएम मायावती और बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र के इशारे पर बेची गई थी। हालांकि इन आरोपों पर मायावती ने कहा था कि चीनी मिले बेचने का आदेश मिला था, जिसमे नसीमुद्दीन सिद्दीकी के हस्ताक्षर भी हैं। दरअसल मायावती पर आरोप है कि उन्होंने 21 चीनी मिलों को बेचा है,जिसमें से 10 मिले संचालित हो रही थी। इन्हें बाजार की कीमतों से बहुत कम कीमत पर बेचा गया, जोकि पांच हजार हेक्टेयर पर बनी थी और इनकी कीमत 2 हजार करोड़ रुपये थी।