लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के चलते यूपी पुलिस ने रविवार को गाइडलाइन जारी करते हुए ताजिया जुलूस पर रोक लगा दी है। बता दें कि इसी महीने की 19 तारीख को मुहर्रम का जुलूस निकलना था, लेकिन पुलिस ने गाइडलाइन जारी कर इस पर रोक लगा दी है।
पुलिस द्वारा लगाई गई इस रोक पर शिया समुदाय काफी विरोध कर रहा है। इस सर्कुलर के हिस्से की भाषा को लेकर शिया समुदाय में काफी नाराजगी है।
No procession should be allowed on the occasion of Muharram, in view of COVID19 pandemic: Uttar Pradesh Police pic.twitter.com/sTw7ZZk7RD
— ANI UP (@ANINewsUP) August 1, 2021
पुलिस प्रशासन के अभद्र भाषा वाले मुहर्रम सर्कुलर के विरोध में वरिष्ठ शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद ने पूरे प्रदेश की मुहर्रम कमेटियों को पुलिस की किसी भी मीटिंग में शामिल ना होने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में पहले बयान डीजीपी वापस लें तभी कोई बात संभव है। मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि ये बयान डीजीपी का नहीं बल्कि अबु बक्र बगदादी का प्रतीत हो रहा है। शिया उलेमाओं ने डीजीपी उत्तर प्रदेश के द्वारा जारी इस पत्र को वापस लेकर ड्राफ्ट तैयार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।