नई दिल्ली। संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन गुरूवार को लोकसभा में मातृत्व अवकाश विधेयक को चर्चा के बाद मंजूरी दे दी गई। इसके साथ ही अब मातृत्व अवकाश 12 सप्ताह से बढ़कर 26 सप्ताह हो गया और इससे नौकरीपेशा महिलाओं को काफी राहत मिल सकेगी। अब यह विधेयक मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास जाएगा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद यह विधेयक लागू हो सकेगा। श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया।
मातृत्व अवकाश विधेयक को राज्यसभा से पहले ही मंजूरी मिल गई थी। राज्यसभा ने पिछले साल अगस्त में मातृत्व अवकाश संशोधन विधेयक पारित किया था। जिसमें दो जीवित बच्चों के लिए मातृत्व अवकाश को 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करने की बात की गई थी। इस विधेयक का मकसद संगठित सेक्टर में 18 लाख महिलाओं को लाभ पहुंचाना है। मातृत्व निधि अधिनियम,1961 के तहत महिलाओं को गर्भावस्था के समय अवकाश पर पूरी तनख्वाह दी जाएगी।