चंदौली: चंदौली में छत्तीसगढ़ के बीजापुर के तरेम थानाक्षेत्र में शहीद हुए धर्मदेव गुप्ता की अंतिम यात्रा निकाली गई। इसके बाद शहीद की अंत्येष्टि के लिए उनका पार्थिव शरीर वाराणसी के लिए रवाना हो गया।
सीएम योगी को बुलाने की मांग
इस दौरान अजीब स्थित तब खड़ी हो गई जब शरीद के परिजन उनके अंतिम संस्कार के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की मांग पर अड़ गए, जिसके बाद पुलिस प्रशासन के होड़ उड़ गए और उन्होंने बड़ी मुश्किल से शोक संतृप्त परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए मनाया।
इस मौके पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और प्रभारी मंत्री ने भी शहीद के परिजनों को मनाने का प्रयास किया। शहीद धर्मदेव गुप्ता का अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया गया। उनके निधन से पूरे गांव और परिवार में कोहराम मचा है।
छत्तीसगढ़ में शहीद हुए थे धर्मदेव
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक नक्सली हमले में धर्मदेव गुप्ता शहीद हो गए थे। शहीद धर्मदेव गुप्ता चंदौली के शहाबगंज के रहने वाले थे। शहाबगंज के ठेकहां बड़ागांव के किसान रामाश्रय गुप्ता के तीन बेटों में सबसे बड़े धर्मदेव बचपन से ही शूरवीर थे। उनका बचपन से ही सेना में जाने का मन था।
उन्होंने सेना में ही जाने का सपना देखा था। 2013 में उन्होंने सीआरपीएफ में नौकरी ज्वाइन की थी। शहीद धर्मदेव गुप्ता की शादी रामनगर इलाके में मीना देवी से हुई थी। उनकी दो बेटियां हैं। मीना गर्भवती हैं और इस खबर को सुनकर उनका रो-रो कर बुरा हाल है।
जुटी भारी भीड़
वहीं शहीद धर्मदेव के दो छोटे भाइयों में एक परचून की दुकान चलाता है जबकि सबसे छोटा भाई खुद सीआरपीएफ में जवान हैं और वो भी छत्तीसगढ़ में ही तैनात है। छोटा भाई घर के लिए निकल चुका है।
वहीं धर्मदेव गुप्ता के शहीद होने की खबर मिलते ही गांव में उनके अंतिम दर्शन के लिए तांता लग गया। लोग गमजदा दिखाई दे रहे थे और बीच-बीच में भारत माता की जय के भी नारे लगा रहे थे। इस मौके पर उनके पार्थिव शरीर के दर्शन करने पूरा प्रशासनिक अमला जुटा रहा।