नई दिल्ली। देश में फैल रहे तनाव दुर्घटना और विभिन्न तरीके के अनावश्यक आपदाओं के आने के पीछे का कारण बताते हुए एक ज्योतिष आचार्य ने राशि और ज्योतिषीय गणना का हवाला देते हुए बड़ा खुलासा किया है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य ने एक गणना प्रस्तुत की है जिसमें बताया है कि मंगल के वक्री होने से मेष, कर्क तुला और वृश्चिक राशि वालों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती है इसके अलावा अन्य राशियों के लिए समय अच्छा रहेगा।
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक वर्ष 2020 से पहले 2 अक्टूबर 2005 को मंगल मेष राशि में वक्री हुआ था जिसके कारण देश में रेल दुर्घटना और बम ब्लास्ट घटनाएं हुई थी। हर 2 साल में मंगल वक्री होता है और इस बार 10 सितंबर को मंगल मेष राशि में वक्री होगा इससे पहले यह ग्रह मेष राशि में 14 साल पहले यानी 2 अक्टूबर 2005 को वक्री हुआ था और इस मंगल के कारण 29 अक्टूबर 2005 को ट्रेन दुर्घटना में करीब 77 लोगों की जान गई थी, उसी दिन दिल्ली में बम ब्लास्ट भी हुआ था जिसमें करीब 60 लोग मारे गए थे।
ज्योतिष गणना में मंगल के वक्री होने के दौरान कई सारे नकारात्मक परिवर्तन होते हैं। किसी भी ग्रह की चाल धीरे-धीरे कम होती है जब वह ग्रह धीमी गति से चलता है एक समय ऐसी स्थिति आ जाती है कि पृथ्वी से उस ग्रह को देखने पर लगता है कि वह पीछे की ओर चल रहा है और इसी स्थिति को ही ग्रह का वक्री होना कहा जाता है।
मंगल का असर लड़ाई से होता है
ज्योतिष में ग्रह की ऐसी स्थिति के विशेष फल बताया गया है मंगल के कारण उत्साह बढ़ने लगता है इस ग्रह की शारीरिक ऊर्जा भी बढ़ती है ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा का कारक ग्रह कहा गया है इस ग्रह के कारण इंसान में कभी किसी भी काम को करने की इच्छा पैदा होती है मंगल का असर हथियार, औजार, सेना, पुलिस और आग से जुड़ी जगह पर होता है।
वक्री ग्रह के नकारात्मक असर से आपसी मनमुटाव, ईर्ष्या, द्वेष, जलन और असमानता की स्थिति पैदा हो जाती है। इस ग्रह के अशुभ असर से गुस्सा बढ़ता है और विवाद होते हैं इसलिए मंगल की चल टेढ़ी होने पर हर काम सोच समझ कर करना चाहिए और जल्दबाजी से बचना चाहिए मंगल के असर के कारण आम लोगों में गुस्सा और इच्छाएं बढ़ने लगती है इच्छाएं पूरी नहीं होने पर जो लोग गलत कदम उठा लेते हैं जिससे विवाद और दुर्घटनाएं होती है।
4 अक्टूबर तक मंगल मेष राशि में रहेगा इस समय मेष ,कर्क ,तुला और वृश्चिक राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा इन चार राशि वालों के कामकाज में रुकावटें आ सकती है कामकाज में तनाव बढ़ सकता है चोट या दुर्घटना की भी आशंका रहती है गुस्से के कारण बने बनाए काम भी बिगड़ सकते हैं वहीं वृष, मिथुन, सिंह कन्या, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोग इस ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचे रहेंगे। मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमान जी की पूजा करें लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाएं तांबे के बर्तन में रखकर गेहूं का दान करें, लाल कपड़ों का दान करें, मसूर की दाल का दान करें और शहद खाकर घर से निकले।