ग्वालियर। 29 जून से भड़ली नवमी शुरू होने वाली है। इसे शादी के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन शादी और कोई भी मंगल कार्य नहीं किया जाता है। भड़ली नवमी पर शहर में अनेक विवाह होंगे। इसके बाद 1 जुलाई को देवशयनी एकादशी है, इसके बाद 4 माह 25 दिन तक विवाह के मुहूर्त नहीं है। जिन लोगों के विवाह मुहूर्त नहीं निकल पा रहे हैं अथवा लॉकडाउन और कोरोना के कारण जो लोग अपना विवाह शुभ मुहूर्त में नहीं कर सके हैं। वह भड़ली नवमी के अबूझ मुहूर्त पर अपना विवाह सम्पन्न कर सकते हैं।
बता दें कि ज्योतिषाचार्य का कहना है कि देवशयनी एकादशी से 4 माह 25 दिन के लिए सभी शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। क्योंकि 4 माह 25 दिन के लिए 1 जुलाई से भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने के लिए चले जाएंगे। इसके बाद शुभ कार्यों के लिए देवउठनी एकादशी तक इंतजार करना पड़ेगा, जो कि 25 नवंबर 2020 को आएगी। इसके साथ ही नवंबर और दिसंबर 2020 में भी बहुत ही कम विवाह के शुभ मुहूर्त हैं।
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साथ ही ब्रजभूमि पंचांग के अनुसार जून 2020 में 28, 29, 30 तारीख को विवाह के मुहूर्त हैं। 1 जुलाई से 24 नवंबर तक कोई मुहूर्त नहीं। इसके बाद नवंबर माह में 25, 27, 30 तारीख, दिसंबर माह में 1, 6, 7 ,9 ,10 ,11 को मुहूर्त है। 15 दिसम्बर से 14 जनवरी 2021 तक फिर से विवाह मुहूर्त नहीं है। 17 जनवरी 2021 को देवगुरु बृहस्पति पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे जो कि 15 फरवरी को उदय होंगे।
वहीं विवाह के समय कन्या का गुरु उदय होना आवश्यक होता है। इस दौरान भी विवाह नहीं हो सकेंगे। 13 फरवरी 2021 से शुक्र देव पूर्व दिशा में अस्त हो जाएंगे। तथा 18 अप्रैल 2021 को शुरू का उदय होगा। वर पक्ष के लिए शुक्र का उदय होना आवश्यक है। इसके चलते इस दौरान भी विवाह नहीं हो सकेंगे। इसके बाद 2021 में अप्रैल माह में 25 अप्रैल को प्रथम विवाह मुहूर्त आएगा। 26,27,30 अप्रैल को विवाह हो सकेंगे। जबकि मई 2021 में 2, 4, 7, 8, 22, 23, 24, 26, 30, 31 जून माह में 5, 6, 19, 20, 24, 27, 28, 30 जून है।