लखनऊ: उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब धीरे-धीरे फिर कामकाज शुरू हो रहा है। घर बनवाने वाले लोग दोबारा दुकान पर भवन निर्माण सामग्री जुटाने में लग गए, लेकिन उनके लिए यह अनलॉक फायदेमंद नहीं रहा। भवन निर्माण सामग्री में महंगाई की मार देखने को मिल रही है।
सरिया के दाम 60000 टन
घर बनवाने के लिए तरह-तरह के सामानों की जरूरत होती है, जिन्हें इकट्ठा करने के लिए आदमी कड़ी मेहनत करता है। लॉकडाउन के पहले जहां सरिया ₹55000 से ₹56000 प्रति टन के बीच बिक रहा था। वहीं अब इसमें भारी इजाफा देखने को मिला है, वर्तमान बाजार मूल्य पर नजर डालें तो यह ₹60000 टन में उपलब्ध है। ऐसे में घर बनवाना अब आसान काम नहीं रह गया।
बढ़ गए सभी सामानों के दाम
सिर्फ सरिया ही नहीं सीमेंट, मोरंग, बालू जैसी चीजों में भी भारी इजाफा देखने को मिला है। एक ट्रक मोरंग ₹50000 से बढ़कर ₹65000 पहुंच गई है। वहीं बालू 20,000 से बढ़कर 25000 पर बेची जा रही है। वही सीमेंट के दामों में भी 10 से ₹12 प्रति बोरी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसका पूरा असर आम नागरिकों की योजनाओं पर पड़ेगा, घर बनवाने के लिए अभी जेब और ढीली करनी पड़ेगी। वहीं व्यापारी भी कीमतों के बढ़ने को अच्छा संकेत नहीं बता रहे हैं।