नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच आपस में तनाव चलता रहता है। जिसके चलते दोनों देश अपनी सुरक्षा बढ़ाने के लिए नई-नई तकनीकों का दूसरे देशों से समझौता करते रहते हैं। इसी बीच भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज नरवणे बुधवार से सऊदी अरब और यूएई के पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगे। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के हवाले से इस बात की जानकारी मिली है। ये पहला मौका है जब कोई भारतीय सेना प्रमुख सऊदी अरब का दौरा करेगा। सऊदी अरब और यूएई के भारत के साथ अच्छे संबंध हैं। इस दौरे से रक्षा संबंध और मजबूत होने की उम्मीद जताई गई है।
जानें पूर्व विदेश सचिव ने क्या कहा-
बता दें कि जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना प्रमुख दोनों देशों का दौरा कर वहां के शीर्ष सैन्य अधिकारियों से मिलेंगे। सेना प्रमुख सऊदी में नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी में होने वाले एक कार्यक्रम में भी शामिल हो सकते हैं। दोनों देशों के शीर्ष सैन्य अधिकारियों से वे रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने की पहल करेंगे। बता दें कि इससे पहले 24 नवंबर को विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी तीन दिवसीय दौरे पर बहरीन और यूएई गए थे। इधर, भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिबल ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना प्रमुख को बुलाकर सऊदी ने बड़ा संदेश दिया है। दोनों देशों के मिलकर बात करने से संबंध और अच्छे होंगे. उन्होंने साथ ही कहा कि सऊदी और यूएई का पाकिस्तान से संबंध अब अच्छा नहीं है। ऐसे में भारतीय सेना प्रमुख का वहां जाना बहुत मायने रखता है।
हथियार खरीदने के मामले में भारत के बाद सऊदी अरब-
जानकारी के लिए बता दें कि हथियार खरीदने के मामले में भारत के बाद सऊदी अरब आता है। ऐसे में दोनों देश एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। रक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देश भारत के साथ अच्छा संबंध रखते हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच रक्षा के क्षेत्र में संबंध स्थापित करना ज़रूरी हो गया है।