गोवा। राफेल लड़ाकू विमान के सौदे को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच चल रहे आरोप प्रत्यरोप के बीच पूर्व रक्षा मंत्री भी कूद पड़े हैं। एनडीए सरकार के पूर्व रक्षा मंत्री राफेल सौदे को लटकाने के लिए यूपीए सरकार में रक्षा मंत्री रहे एके एंटनी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होने जोर देकर कहा कि इन फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों को हासिल कर लेने से भारत की हवाई क्षमता पाकिस्तान के मुकाबले काफी हद तक आगे बढ़ जाएगी। आपको बता दें कि यूपीए सरकार के बाद सत्ता में आई एनडीए सरकार के दौरान मनोहर पर्रीकर रक्षा मंत्री बने थे। गोवा आर्ट्स एंड लिटरेचर फेस्टीवल में नितिन गोखले द्वारा लिखित किताब ”सिक्योरिंग इंडिया द मोदी वे” का विमोचन करने पहुंचे पर्रीकर ने संबोधन के दौरान कांग्रेस पर ये आरोप लगया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि राफेल सौदे से जुड़ी फाइलों पर एंटनी ने बड़ी अजीब नोटिंग की थी। उन्होंने सौदे की फाइल में लिखा था कि चर्चा शुरू करें, कीमत तय करें और हर काम पूरा करने के लिए कृपया मेरे पास आए। जबकि सभी दस्तावेज कहते हैं कि राफेल कंपनी की कीमतें सबसे कम थीं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय सतर्कता आयोग के दिशानिर्देश कोे मुताबिक आप किसी भी सौदे के लिए सबसे कम वाले से ही बात कर सकते हैं। ढाई साल तक फाइल एक सर्किल से दूसरे सर्किल तक घुमती रही थी, लेकिन हमने आते के साथ ही इस द्दष्टिकोण को तोड़ दिया था।
कांग्रेस पर राफेल विमानों की अधिक कीमत तय करने का आरोप लगाते हुए पर्रीकर ने कहा कि लड़ाकू विमान सिर्फ एक एयरक्राफ्ट नहीं है,एयरक्राफ्ट तो संभवत: पूरी लागत का सिर्फ छोटा सा हिस्सा है। वास्तविक लागत तो विशेष उपकरणों की खरीद की होती है। इस सौदे में पायलय द्वारा पहने जाने वाले विशेष हेलमेट की कीमत भी शामिल है। इसको पहनकर लक्ष्य पर बड़े ही आराम से टारगेट किया जा सकता है। इसमें पायलय को सिर्फ दुशमन के ठिकाने को देखना है और बटन दबा देना है, बाकी काम कम्पयूटर कर देता है। सौदे में इस हेलमेट को विकसित किए जाने की लागत भी शामिल है।
पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान बियांड विजुअल रेंज मिसाइलों की वजह से भारत पाकिस्तान को पीछे धकेल सका था, क्योंकि उस समय एसयू-30 और मिग-29 विमानों पर लगाई जा सकने वाली इन मिसाइलों की रेंज 30 किमी थी और पाकिस्तानी मिसाइलों की रेंज 20 किमी थी। लेकिन, अब उनकी मिसाइलों की रेंज 100 किमी है और भारतीय मिसाइलों की रेंज 60 किमी ही है। राफेल सौदे से भारत को पाकिस्तान पर बढ़त मिल जाएगी क्योंकि इन पर लगी मिसाइलों की रेंज 150 किमी है।