नई दिल्ली। वर्तमान परिस्थियों को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आशंका जताई है कि कहीं भय की राजनीति उम्मीदों पर हाबी न पड़ जाए। राजस्थान विधानसभा में पंद्रहवीं विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि विधायकों को लोगों में आत्मविश्वास लाना चाहिए, ताकि वे खुशी से रह सकें।
मनमोहन सिंह ने कहा कि कुछ दिन पूर्व एक जाने-माने शिक्षाविद ने इस बात को इंगित किया था कि भय की राजनीति उम्मीदों की राजनीति पर खतरा बन सकती है साथ ही इसके निदान के लिए जनता विधायकों पर निर्भर रहती है और यह देश के लिये जरूरी है।
डॉ. सिंह ने कहा कि विधायक को कोष की राशि का सौ फीसदी उपयोग कर अपने क्षेत्र में संरचना, स्कूल, चिकित्सालय निर्माण जैसे कार्य कराने चाहिए, समस्याओं को भलीभंति निदान करनी चाहिए। एक विधायक को विशेष तौर पर जब वह विपक्ष में हो तब अन्य लोगों को सुनने की आदत होनी चाहिए। कहा कि उन्हें बहुत दुख होता है जब कुछ राज्यों की विधानसभाओं में विधायक अभद्र व्यवहार करते हैं। लोकसभा और कई विधानसभाओं की कार्यवाही का अब सीधा प्रसारण किया जा रहा है।