हापुड़ः शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में पहुंचे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में गंगा किनारे बिछी लाशें, उनसे उड़ते कफन आपने देखे होंगे, इस बार जनता हिसाब मांगेगी।
उन्होंने कहा कि अखबारों व टीवी पर नंबर वन प्रदेश का विज्ञापन देने से वह नंबर वन नहीं बन जायेगा। सच्चाई ये है कि उत्तर प्रदेश में न तो सरकार ने अस्पतालों की कोई व्यवस्था की है और न ही शमशान या कब्रिस्तान की, नतीजन गंगा के किनारे ऐसा खौफनाक मंजर देखने को मिला।
बता दें कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पिलखुवा स्थित डूहरी गांव में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के बात करते हुए कहा कि गांव वाले अभी भी अपनी पचास समस्याएं गिनवाते हैं। जब हम लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में जायजा लेने गए तो वहां किसी ने भी अपनी शक्ल नहीं दिखाई, बल्कि हमारी गाड़ी का पुलिस ने घेराव करा दिया। इस तरह का रवैया अपनाकर सरकार के नुमाइन्दे अपनी कार्यशैली पर पर्दा नहीं डाल सकते।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ये सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि 21वीं सदी में अफगानियों को तालिबानी आतंकियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें तुगलगी शासन झेलना पड़ रहा है। अगर इस वक्त कोई बड़ा फैसला नहीं लिया तो पूरी दुनिया को कट्टरपंथियों के आतंकवाद का सामना करना पड़ सकता है।