इंफाल। गोवा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में सत्ता की कुर्सी मिलने के बाद भाजपा मणिपुर में भी बहुमत साबित करने में कामयाब हुई है। मुख्यमंत्री बिरेंद्र सिंह ने सदन में पूर्ण बहुमत साबित कर दिया है। सोनवार को सदन में भाजपा के समर्थन में 33 विधायकों ने मत किया।
सदन की कार्रवाई से पहले बिरेंद्र सिंह ने भाजपा विधायकों के अवाला एक निर्दलीय और एक तृणमूल कांग्रेस के विधायक के साथ बैठक की।
सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक बिरेंद्र सिंह ने इस बैठक में प्रदेश के विकास और राज्य सरकार की आने वाली योजनाओं के बारे में बातचीत की।
होटल में विधायक
सदन की कार्रवाई शुरू होने से पहले खबरें आई थी कि सभी विधायकों को एक होटल रूम में रखा गया है। विधायकों को होटल में रखने के पीछे वजह बताई जा रही है कि शहर में अगर वे रहेंगे तो उन्हें भ्रमित किया जा सकता है। हालांकि अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट में स्पषट किया है कि राधेश्याम ने कहा, ”ऐसा नहीं है कि कांग्रेस द्वारा भ्रमित किए जाने के डर से विधायकों को एक जगह रखा गया है, हम लोग यहां थोड़ा आराम करने और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रणनीतियां बनाने के लिए रुके हैं।”
गौरतलब है कि राज्यपाल राधेश्याम ने मुख्यमंत्री बिरेंद्र सिंह के लिए विश्वास मत हासिल करने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि सभी विधायक रविवार को शपथ लेने के लिए इंफाल पहुंच रहे हैं। शपथ लेने के बाद सभी विधायक फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे और सरकार की बहुमत की अग्नि परीक्षा को पास कराने में सफल होंगे।