नई दिल्ली। मंदसौर में अब हिंसा का दौर धीरे धीरे थमने लगा है। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन ने बीते मंगलवार से ही जिले के 4 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा रखा था। आज जिला प्रशासन द्वारा सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दिए जाने की बात पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने कही है। इसके पहले बीते मंगलवार को पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। जिसके बाद पुलिस द्वारा प्रदर्शन कारियों पर की गई फायरिंग में 5 किसानों की मौत हुई थी। इसके बात इस आंदोलन की आग मंदसौर से निकलती हुई पूरे प्रदेश में फैल गई थी।
किसान आंदोलन के सहारे राजनीति
किसानों की साथ हुई इस वारदात के बाद राजनीतिक मंच पर प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के खिलाफ पूरा विपक्ष लामबंद होकर खड़ा हो गया। इसी के चलते कांग्रेस द्वारा बीते गुरूवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन पूरे प्रदेश में किया गया। इस दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मंदसौर की ओर जाने का रूख किया तो जिला प्रशासन ने उन्हे अनुमति नहीं दी । लेकिन राहुल जिला प्रशासन के आदेश को ना मानते हुए जब मंदसौर के लिए निकले तो उन्हें गिरफ्तार कर वापस भेज दिया गया। इसके अलावा जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादाव कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कमलनाथ और दिग्विजय सिंह समेत कई बड़े नेताओं को भी पुलिस ने जबरन वापस लौटा दिया।
पीएम मोदी को लेकर आप का सवाल
मंदसौर में हुई हिंसक झड़पों के बाद हुए गोली कांड में जिन किसानों की मौत हुई है उनसे मिलने आज आम आदमी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल आ रहा है। आप पार्टी का कहना है कि केन्द्र सरकार किसानों की विरोधी है। आज तक किसानों से किए कोई वादे पूरे नहीं किए हैं। आप 10 जून से किसानों के हक में पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। हांलाकि इस पूरे मुद्दे पर पीएम नरेन्द्र मोदी की चुप्पी पर आम आदमी पार्टी की ओर से पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने सवाल करते हुए कहा है कि विश्व में कोई भी छोटी घटना अगर घटती है तो उस पर ट्वीट करने में पीएम मोदी सबसे आगे होते हैं। लेकिन अपने देश में घटी इतनी बड़ी घटना पर एक संवेदना तक पीएम ने व्यक्त नहीं की है।
थम नहीं रही है आंदोलन की आग
मंदसौर के साथ 7 जिलों में लगी किसानों के उग्र आंदोलन की आग अभी ठंड़ी भी नहीं हुई थी कि शाजापुर किसान मंडी में प्याज की खरीद को लेकर किसान भड़क उठे इसके बाद किसानों ने ट्रक समेत कई मोटर साइकिलों को आग के हवाले कर दिया। इसके साथ मंडी समिति और एडीएम से मारपीट की जिसमे एडीएम के पैर की हड्डी टूट गई। इसके बाद देवास में भी किसानों के साथ आये अराजक तत्वों ने एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया । जिसके बाद भोपाल-इंदौर मार्ग पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है। हांलाकि पुलिस ने इस तरह की वारदात में 100 से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर हिरासत में लिया है।