मंदसौर। पिछले काफी सालों से लोकसभा और राज्यसभा में महिलाओं की उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए 50 फीसदी आरक्षण की मांग कर रही देश की महिला संगठनों को एक उम्मीद की किरण नजर आई है। ये उम्मीद की किरण मध्यप्रदेश के मंदसौर में नजर आई है। यहां होने वाले छात्रसंघ के चुनावों में 50 फीसदी सीटे छात्राओं के लिए आरक्षित कर दी गई है।
इस बार जिले में होने वाले छात्र संघ चुनावों कई कॉलेजो में स्थिति छात्रा बनाम छात्रा की होगी। यानी की सभी छात्र संगठनों को इन 50 फीसदी सीटों पर महिलाओं की उम्मीदवारी दर्ज करवानी होगी। बता दें कि इसके लिए सूची बनाने का काम भी शुरू हो गया है। आपको बता दें कि 2011-2012 के बाद यानी की 6 सालों के बाद चुनाव में पहली बार छात्राओं को 50 फीसदी सीटों पर प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है।
यहां एक खास बात ये भी है कि सभी कॉलेजों में स्नातक प्रथम वर्ष से लेकर स्नात्कोत्तर फाइनल सेमेस्टर तक के विद्यार्थी पहली बार प्रक्रिया का हिस्सा बनेगे। शुरुआती जानकारी के मुताबिक जिले के नौ सरकारी कॉलेजों से कुल 120 कक्षा प्रतिनिधि चुने जाएंगे। जोकि दूसरे चरण में कॉलेज अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और सहसचिव जैसे पदों का चुनाव करेंगे। इस बार भी अप्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव होंगे यानि विद्यार्थियों के बजाय कक्षा प्रतिनिधि ही पदाधिकारी चुनेंगे।
छात्राओं के लिए 50 फीसदी सीटे रिजर्व होने को लेकर कॉलेज प्राचार्य डॉ बीआर नलवाया ने बताया कि चुनाव की घोषणा के साथ ही कॉलेजों में विभिन्न संकायों की कक्षाओं में सूची बनाने पर काम हो रहा है। कई कक्षाओं में दो से तीन वर्ग भी है। अगले दिनों में चुनाव प्रशिक्षण होगा, जिस आधार पर छात्राओं का आरक्षण होगा और आचार संहिता का पालन किया जाएगा।