सोनभद्रः छोटे बच्चों की मासूमियत कठोर से कठोर ह्दय वाले इंसानों को मोम का बना देती है, लेकिन हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग भी मौजूद है जो हैवानियत की सभी हदें पार कर जाते हैं। कुछ ऐसा ही एक मामला सोनभद्र (Sonbhadra) जिले से सामने आया है, जहां एक नवजात बच्चे को जिंदा दफनाने की कोशिश की गई है।
‘जाको राखे साइयां, मार सके न कोई’
‘जाको राखे साइयां, मार सके न कोई’ की ये कहावत उस वक्त सच हो गई, जब एक हैवान नवजात को जिंदा दफनाने जा रहा था। बच्चे की रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इक्कट्ठे हो गए। जब लोगों ने युवक से शिशु के बारे में पूछताछ शुरू की तो युवक शिशु को वहीं छोड़कर फरार हो गया। सूचना मिलने पर मौके से पहुंची स्थानीय पुलिस ने बच्चे को कब्जे में ले लिया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, अनपरा थाना क्षेत्र के रेनुसागर मोड़ स्थित श्मशान घाट के पास एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति नवजात जिंद शिशु को जिंदा दफनाने की तैयारी कर रहा था। उसी समय नवजात के रोने की आवाज सुनकर वहीं पास में मौजूद मजदूर महिला और उसका पति उसकी ओर आने लगे। अपनी ओर मजदूर और महिला को आता देख अधेड़ नवजात को वहीं छोड़कर फरार हो गया।
मजदूर ने शिशु को कब्र से बाहर सुरक्षित निकाला और पुलिस को सूचना दी। मौके से पहुंची पुलिस ने शिशु को अस्पताल में भर्ती कराया।