मेरठ। मेरठ पुलिस समय समय पर खेल करती रहती है, जिससे लोग काफी परेशान और नाराज रहते हैं। फिर मेरठ पुलिस की करगुजारियों के चलते एक गौरक्षक ने एसएसपी ऑफिस के सामने तेल छिड़क कर आत्मदाह की कोशिश की है। यहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने गौरक्षक को टाइम से पकड़ लिया और सिविल लाइन थाने भेज दिया। पीड़ित के भाई की 3 साल पहले मीट माफियाओं ने हत्या की थी जिसमें अब तक भी पुलिस ने आरोपी को नहीं पकड़ा है। जबकि गौरक्षक के दूसरे भाई पर भी पांच दिन पहले ही जानलेवा हमला हुआ था।
आपको बता दे कि मेरठ का लिसाड़ी गेट थाना आरोपियों से साठगांठ करने, बड़े खेल करने में माहिर हैं। इस थाने में तैनात थाना अध्यक्ष से लेकर सिपाही तक पर खेल करने के आरोप लगते हैं। इस बार थाना अध्य्क्ष धर्मेंद्र यादव और विवेचना अधिकारी सर्वेश पर गंभीर आरोप लगे हैं। जिसके बाद रविवार को आसिफ भारती एसएसपी ऑफिस पहुंचे और अपने ऊपर तेल डालकर आत्मदाह की कोशिश की, पीड़ित का परिवार किसी संस्था से जुड़ा है। जो कि गौरक्षा दल है, ये परिवार मुस्लिम है। गोरक्षा के लिए कानून के दायरे में रहकर मुस्तेद रहता है।
लेकिन इनके इस काम से मीट माफिया काफी नाराज हैं और इनकी जान के पीछे पड़े हैं। आरोप है कि इनके भाई दिलशाद भारती कि 3 साल पहले हत्या कर दी गई थी। जिसमें इन्होंने नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन अभी तक भी इस घटना में कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई। नतीजा 5 दिन पहले ही इस परिवार के दुसरे बेटे इमरान पर भी जान लेवा हमला हुआ। पीड़ितों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई करने की बजाए उनको थाने में बिठाकर चाय कॉफी और ठंडा पिलाकर उनकी सेवा करती है। आरोप है कि आरोपी अभी भी लगातार मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाकर मुकदमा वापस करना चाहते हैं। वही मामला बढ़ जाने पर पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।