देश में कोरोना वारयस के हालात पर चर्चा के लिए आज पीएम मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक की। जिसमें 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और 54 कलेक्टर शामिल हुए। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस बैठक में शामिल हुईं। जिसके बाद ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
हमको बोलने नहीं दिया- ममता
मीटिंग के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि वहां सिर्फ बीजेपी के सीएम और कुछ डीएम को बोलने दिया गया, जो उनके पसंद के थे। हमको बोलने नहीं दिया। सभी मुख्यमंत्री चुपचाप बैठे रहे, किसी ने कुछ नहीं कहा। ममता ने कहा हमको राज्य में वैक्सीन की डिमांड रखनी थी, लेकिन मुझे बोलने ही नहीं दिया।
‘मीटिंग में सीएम को अपमानित किया गया’
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि मीटिंग में सीएम को अपमानित किया गया। ऐसा लग रहा था कि सीएम केवल कठपुतली हैं। कभी भी मेडिसिन और वैक्सीन के बारे में नहीं पूछा और बोल रहे हैं कि कोरोना कंट्रोल हो गया। उन्होंने कहा कि हम राज्य चला रहे हैं, लेकिन शहंशाह कुछ बोल नहीं रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि डिक्टेटरशिप है, मार्शल लॉ चल रहा है।
सीएम को समझ रहे हैं कठपुतली- ममता
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम इतने डरे हुए हैं कि सीएम की बात नहीं सुनना चाहते। कोई वैक्सीन संग्रह नहीं किया जा रहा है। कोई नीति नहीं है, पीएम भयभीत होकर भाग गए हैं। वो केवल पब्लिसिटी पाना चाह रहे थे।