सिंगूर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सालों पहले सिंगूर के किसानों को किया अपना वादा निभाते हुए बुधवार को 9,117 भूखंड दस्तावेज किसानों को लौटा दिए और 800 किसानों को मुआवजा दे दिया, जिनकी इच्छा के विरुद्ध उनकी जमीनें टाटा मोटर्स की नैनो परियोजना के लिए उनसे ली गई थीं। यहां सानपाड़ा में सिंगूर दिवस स्थल पर नारों व प्रशंसा के गीतों के बीच ममता बनर्जी ने खुद कई किसानों को दस्तावेज दिए। इस दौरान किसानों ने मुस्कुराते हुए दस्तावेज ग्रहण किए और मुख्यमंत्री के पांव छुए।
यह दुर्गापुर एक्सप्रेस की वही जगह थी, जहां ममता ने अधिग्रहित की गई 400 एकड़ जमीन को लौटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। यह 400 एकड़ जमीन किसानों की मर्जी के खिलाफ उनसे राज्य सरकार ने लिया था। सरकार ने कुल 997.11 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था।
इस दौरान, अभिनेता देव चटर्जी सहित पार्टी के कई नेता मौजूद थे। नर्मदा बचाओ आंदोलन की संस्थापक मेधा पाटकर भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थीं, जिन्होंने जमीन अधिग्रहण पर ममता के रुख का समर्थन किया था।