जहां एक तरफ केंद्र सरकार रोहिंग्या मुस्लिम लोगों को देश की सुरक्षा के लिए खतरा मान रही है तो दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्मंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि रोहिंग्या मुस्लिम आतंकवादी नहीं है। सोमवार को उन्होंने कहा कि रोहिंग्या मुसलमानों के मुद्दे पर उनके पास केंद्र का निर्देश आया है।
सोमवार को उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने उनसे रोहिंग्या मुस्लिम लोगों का पूरा डाटा मांगा है। दरअसल केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में रोहिंग्या मुस्लिमों को लेकर 16 पन्नों का हलफनामा दाखिल किया है जिसमें यह कहा गया है कि रोहिंग्या मुस्मिल लोगों के संबंध पाकिस्तान के आतंकियों के साथ हैं। इस मामले में बोलते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता है।
सीएम ने कहा कि उनके बीच एक या फिर दो आतंकवादी हो सकते हैं लेकिन इसके आधार पर पूरे समूह को बदनाम करना उचित नहीं है। हालांकि उन्होंने आगे यह भी कहा है कि आतंकियों के साथ किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। सीएम ममता बनर्जी के अनुसार अगर कोई आतंकी है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा लेकिन किसी आम नागरिक को इसमें नहीं घसीटा जाएगा। दूसरी तरफ एआईएमआईएम अध्यक्ष तथा सांसद असदुद्दीन ओवैसे ने रोहिंग्या मुस्लिम लोगों का समर्थन करते हुए कहा कि अभी तक किसी भी रोहिंग्या मुस्लिम को आतंकी गतिविधी में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि यह सब बीजेपी का पुराना प्रोपेगेंडा है।