- संवाददाता, भारत खबर
नई दिल्ली। देश भर में चल रही हड़ताल के बीच एक सुखद खबर आई है कि ममता बनर्जी ने हड़ताली डाक्टरों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को सुलझाने का अश्वासन दिया है। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव, राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य और राज्य के अधिकारी, 31 जूनियर डॉक्टर बनर्जी के साथ बैठक में मौजूद रहे, इस बीच मीडिया को दूर रखा गया लेकिन दो क्षेत्रीय चैनलों को इस मीटिंग को कवर करने की अनुमति दी गई।
बैठक में जूनियर डॉक्टरों के ज्वाइंट फोरम ने मुख्यमंत्री से कहा, ‘कहा काम करते हुए हमें डर लगता है, एनआरएस के डॉक्टरों से मारपीट करने वालों को ऐसी सजा दी जाए जो दूसरों के लिए उदाहरण हो।’
बनर्जी ने कहा, ‘हमने पर्याप्त कदम उठाए हैं, एनआरएस अस्पताल में हुई घटना में कथित तौर पर लिप्त पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जो घटना हुई उसका उन्हें दुख है और सरकार डॉक्टरों की चिंता दूर करेगी।’ मुख्यमंत्री ने जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक में उनके प्रस्ताव के मुताबिक पश्चिम बंगाल के सभी अस्पतालों में शिकायत निपटारा इकाइयों के गठन का निर्देश दिया।
एम्स ट्रामा सेंटर में बीती रात हुई घटना के बारे में डॉक्टरों का कहना है कि जब कोई घायल मरीज अस्पताल आता है तो फिजिशियन की ड्यूटी होती है कि गंभीर मरीज को देखने के बाद उन्हें देखा जाए, डॉक्टर का आरोप है मरीज के अटेंडेंट ने दुर्व्यवहार करने के साथ गाली-गलौज भी की। आरडीए के प्रमुख डॉ. अमरिंदर सिंह मलही ने कहा, ”ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि मरीज की गंभीर स्थिति नहीं थी, लेकिन मरीज के अटेंडेंट ने शराब पी रखी थी जिसने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और कहा, अगर तुम इसे अभी नहीं देखेगो तो मैं तुम्हें मार दूंगा।