यंगून। म्यांमार में जारी रोहिंग्य संकट के बीच म्यांमार की नेता आंग सान सू की के आवास पर पेट्रोल बम से हमला किया गया है। हालांकि हमले के दौरान वो अपने आवास पर नहीं थी। पेट्रोल बम के हमले से उनके घर में आग लग और काफी मश्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आपको बता दें कि सू इस समय नेपीता में हैं जहां उन्हें सरकार की दूसरी वर्षगाठ पर संसद को संबोधित करना है। वहीं म्यांमार में शांति दूत के नाम से प्रख्यात सू के घर पर हमले की निंदा की जा रही है। दरअसल सू के जिस आवास पर हमला हुआ है वो सैन्य शासन के दौरान लोकतंत्र का केंद्र बिंदू रहा है और इसी जगह पर सू को म्यांमार की सेना ने सालों तक कैद करके रखा था।
इसी आवास से उन्होंने सेना के खिलाफ और म्यांमार में लोकतंत्र स्थापित करने के लिए अभियान चलाया था। उनके इसी आंदोलन के कारण म्यांमार में काफी मश्कत के बाद लोकतंत्र की नई सुबह हुई थी। साल 2015 में यहां लोकतंत्र स्थापित होने के बाद सू की पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी। हालांकि कानूनी प्रावधानों के चलते वो राष्ट्रपति नहीं बन सकी, लेकिन उन्होंने काउंसलर बनकर सत्ता की बागडोर अपने हाथो में थामी हुई है।
गौरतलब है कि अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुस्लिमों के मुद्दे पर देश को इस समय अंतरराष्ट्रीय आलोचना का सामना करना पड़ रहा है और देश के करीब साढ़े छह लाख मुसलमान भागकर बांग्लादेश के कैंपों में रहने को मजबूर हैं। आपको बता दें कि बीते साल अगस्त में रोहिंग्या विद्रोहियों ने सरकारी सुरक्षा बलों पर सिलसिलेवार हमला बोल दिया था, जिसके बाद देश की सेना ने पूरे समुदाय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि लोगों को म्यांमार छोड़कर भागने को मजबूर होना पड़ा।