बीजिंग। मालदीव में बढ़ते राजनीतिक संकट को लेकर चीन ने हिंद महासागर में अपनी नौसेना के पांच पोत तैनात कर दिए हैं। वहीं चीन को जवाब देने के लिए भारत ने भी हिंद महासागर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते हुए आठ वॉरशिप को उतार दिया है। दरअसल हाल ही में मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से राष्ट्र में राजनीतिक संकट के समाधान के लिए सैन्य दखल देने की अपील की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की नौसेना के पोतों में विमान,हेलीकॉप्टटर उतर सकते हैं। राष्ट्रपति यामिन जोकि चीन के करीबी माने जाते हैं ने मालदीव में इस महीने की शुरुआत में आपातकाल की घोषण कर दी थी।
आपातकाल के बाद मालदीव में विपक्ष के नेताओं और सुप्रीम कोर्ट के जजों को गिरफ्तार कर लिया गया था। तभी से चीन मालदीव में भारत के दखल का विरोध कर रहा है। वहीं राष्ट्रपति ने संसद के अनुरोध को स्वीकार करते हुए आपातकाल को एक महीने के लिए और बढ़ा दिया है। अब आपातकाल 22 फरवरी की बजाए 22 मार्च को समाप्त होगा।माइक्रोब्लॉग साइट पर कहा गया कि दस दिन पहले चीन की नौसेना के पांच मुख्य युद्धपोत पूर्वी हिंद महासागर में गए थे। इसमें कहा गया कि पीपल्स लिबरेशन आर्मी की नौसेना के तीन पोत पूर्वी, दक्षिण और पश्चिम हिंद महासागर में तीन मुख्य इलाकों में हैं।