पुणे। खेती को स्थिर और लाभदायक बनाना केन्द्र और राज्य दोनों की सरकारों का महत्वपूर्ण एजेन्डा है। ये बात देश के उप राष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने बीते शुक्रवार को महाराष्ट्र के पुणें में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के समापन अवसर पर कहे। श्री नायडू पुणे में आयोजित “खेती को स्थिर और फायदे मंद बनाने के विषय में आयोजित सेमिनार” पर बोल रहे थे।
खेती औऱ किसान पर बोले नायडू
उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा मुझे महसूस होता है कि राज्य और केन्द्र दोनों सरकारों के टॉप एजेन्डा कार्यक्रम में किसान हैं। इसके साथ ही दोनों इस बात पर जोर दे रहे हैं, कि कैसे खेती को स्थिर और फायदेमंत सौदे के तौर पर विकसित किया जाए। यह विषय देश की राष्ट्रीय सुरक्षा जितना महत्वपूर्ण है। बिना खाद्य सुरक्षा के हम राष्ट्र सुरक्षा की बात नहीं कर सकते हैं। उन्होने कहा कि अब मुझे लगता है कि वक्त आ गया है, जब किसानों और कृषि पर ध्यान केन्द्रिय किया जाए।
कृषि के क्षेत्र में कई बहुत बड़ी दिक्कतें रहती हैं। हमें अनाज के मामले में आत्मनिर्भर होना होगा। हम किसानों की आय से किसी हाई सोसाइटी की तुलना नहीं कर सकते हैं लेकिन मुकाबला करने के लिए खड़ा कर सकते हैं। हमें कृषि क्षेत्र में विकास करना है, जिससे जो किसान इस बात से दुखी थे, कि उनकी खेती बेहतर आय का साधन नहीं है। हमें अपनी य़ोजनाओं के जरिए कृषि को साधन सुविधा सम्मन्न करना होगा। कार्यक्रम के पहले दिन महाराष्ट्र् के सीएम देवेन्द्र फणनवीस और पूर्व कृषि रहे शरद पवार आदि अन्य उपस्थित थे।