- त्रिनाथ मिश्र, भारत खबर
मेरठ। कभी सड़कों पर जाते हुए आपने सब्जी बेचने वालों की पुकार सुनी होगी….. ठेले पर सामान बेचने वालों आवाज सुनी होगी…. ठीक उसी तर्ज पर उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड सरकार में मंत्री बनवाने एवं सरकारी अनुदान दिलवाने के नाम पर ठगी करने वालों को मेरठ पुलिस ने न सिर्फ गिरफ्तार किया बल्कि उन्हें सलाखों के पीछे भी भेजने कामयाबी हासिल की।
मेरठ पुलिस की इस सफलता पर जिले के कप्तान नितिन तिवारी न केवल गदगद हैं बल्कि बदमाशों द्वारा उनके मेरठ एसएसपी पद पर ज्वाइनिंग के वक्त दी गई तमाम सलामी को भी भूल गए। उन्होंने बताया कि गैँग का सरगना राजकुमार कर्णवाल देहरादून का रहने वाला है और उसके सम्बंध उप्र एवं उत्तराखण्ड सरकार में बड़े नेताओं से हैं… इसी का फायदा उठाकर वह लोगों को अपने जाल में फंसाने पर कामयाब हो जाता था।
लोगों को दर्जा प्राप्त मंत्री पद दिलवाने, निगमों का अध्यक्ष व गोशाला के नाम पर सरकारी मदद दिलवाने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर चुके इन नटवरलालों पर पुलिस का शिकंजा कसते ही पूरा मामला सामने आ गया।
ठगों के विरुद्ध थाना टीपीनगर एवं लिसाड़ीगेट में धोखाधड़ी एवं जालसाजी के मुकदमे दर्ज हैं। सरगना के अलावा हापुड़ के पिलखुआ के रहने वाले एक और जालसाज देव शर्मा को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। टीपीनगर में दर्ज मुकदमे की विवेचना के दौरान ही इन जालसाजों को हिरासत में लिया गया। पुलिस को मिली इस सफलता पर जालसाजी करने वाले गैंग सख्ते में हैं…